सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या का मामला लगातार उलझता जा रहा है। इसी मामले के कारण मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस आमने सामने आ चुकी है। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। इस मामले ने एक नया मोड़ तब ले लिया जब पटना से सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले की जांच करने के लिए एसपी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया और वहाँ मुंबई में प्रशासन ने कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन कर दिया।
मुंबई पुलिस की इस कार्रवाई से सुशांत सिंह राजपूत के फैंस और अधिकतर सभी लोग काफी ज्यादा नाराज हैं। उनका मानना है कि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या मामले पर पर्दा डालने के लिए मुंबई पुलिस ने यह काम जानबूझकर किया है। एसपी विनय तिवारी सुशांत के पिता दायर की गई याचिका के आधार पर मुंबई में मामले की जांच करने गए थे। ट्विटर पर भी यह मामला काफी देर तक ट्रेंड में चला।
एसपी विनय तिवारी की क्वारंटीन होने की सूचना सबसे पहले बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे के ट्विटर हैंडल से ट्वीट की गई। ट्वीट में लिखा था, “आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से आज मुंबई पहुंचे लेकिन उन्हें आज 11:00 बजे बीएमसी अधिकारियों ने जबरन क्वारंटाइन कर दिया।”
IPS officer Binay Tiwari reached Mumbai today from patna on official duty to lead the police team there but he has been forcibly quarantined by BMC officials at 11pm today.He was not provided accommodation in the IPSMess despite request and was staying in a guest house in Goregaw pic.twitter.com/JUPFRpqiGE
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) August 2, 2020
एसपी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटीन करने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और उन्होंने कहा, “कानूनी जांच में ऐसी बाधा उत्पन्न करना ठीक बात नहीं है।” पटना की ज्ञान भवन परिसर में मुख्यमंत्री ने कहा, “मुंबई में सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच करने गए पटना सिटी के एसपी विनय तिवारी को बीएमसी द्वारा क्वारंटाइन किए जाने की सूचना मिली है। जो भी कुछ हुआ है यह ठीक नहीं है। यह राजनीतिक नहीं कानूनी मामला है बिहार पुलिस अपनी कानूनी जिम्मेदारी निभा रही है और निभाएगी।”