उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। दोनों मुख्य हत्या आरोपियों को गुज़रात एटीएस ने राजस्थान सीमा के पास से गिरफ़्तार किया है। हिन्दू वादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले इन दोनों आरोपियों का नाम अशफाक शेख और मोईनुद्दीन पठान है। ये दोनों ही गुजरात में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे और तभी गुजरात एटीएस ने दोनों को राजस्थान की सीमा के क़रीब शमलाजी के पास पकड़ लिया।
दोनों ही आरोपियों में कमलेश तिवारी की गोली मार कर हत्या करने की बात को स्वीकार कर लिया है। इन पकड़े गए आरोपियों के लिये एक दिन पूर्व ही उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने ढाई लाख रुपये का ईनाम घोषित किया था। हत्यारों के पकड़े जाने के बाद कमलेश तिवारी की माँ काफ़ी ख़ुश नज़र आयीं। उन्होंने गुज़रात एटीएस की तारीफ़ करते हुए हत्यारों को फाँसी देने की माँग की है।
गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ल ने बताया कि दोनों को मंगलवार शाम को गिरफ़्तार किया गया। पकड़े गए आरोपियों में से अशफ़ाक की उम्र 34 वर्ष और मोईनुद्दीन की उम्र 27 वर्ष है। ये दोनों ही सूरत के रहने वाले हैं। हत्या के बाद से इधर-उधर भटक रहे दोनों हत्यारों के पास पैसे खत्म हो गए थे और इसके बाद दोनों ने अपने परिजनों और दोस्तों से संपर्क किया था। एटीएस सर्विलांस के जरिए दोनों की गतिविधियों पर पहले से ही नजर रख रही थी। आख़िर में ये दोनों ही एटीएस के चँगुल में फँस ही गए और इन्हें दबोच लिया गया।