उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में रहने वाले वायुसेना के विंग कमांडर संतोष दुबे ने सड़क सुरक्षा और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के संकल्प को समाज तक पहुंचाने के लिए एक अनूठा प्रयास किया है। इस प्रयास के तहत संतोष दुबे असम से प्रयागराज तक साइकिल की यात्रा पर निकले हैं। यह दूरी 1540 किलोमीटर है। शनिवार दोपहर को मिर्जापुर में पहुंचने पर जोरदार स्वागत और अभिनंदन किया गया।
बताया जा रहा है कि मिर्जापुर जिलें के कुरकुटिया गांव के रहने वाले विंग कमांडर संतोष दुबे 19 वर्ष की आयु में उनकी पहली पोस्टिंग मद्रास में हुई थी। उसके बाद उन्हें वायु सेना में विंग कमांडर के तौर पर तैनात किया गया। अभी वर्तमान में असम के जोरहाट में तैनात थे। जोरहाट से इनकी पोस्टिंग प्रयागराज हो गई है। प्रयागराज में पोस्टिंग होने पर संतोष दुबे भारत वासियों को पर्यावरण की रक्षा और सड़क सुरक्षा का संदेश देने के लिए साइकिल से प्रयागराज की ओर निकल पड़े।
आपको बता दें कि मिर्जापुर जिले के रहने वाले विंग कमांडर असम के जोरहाट में पोस्टेड थे। सड़क सुरक्षा और पर्यावरण के संदेश को लोगों के बीच पहुचानें के लिए इन्होंने अपनी यात्रा की शुरुआत 2 अक्टूबर को थी। विंग कमांडर संतोष दुबे ने अपनी पूरी यात्रा के दौरान लोगों को पर्यावरण की रक्षा करने का संदेश भी दिया। मिर्जापुर पहुचने पर उनका स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया। इसके बाद वह प्रयागराज की ओर रवाना हो गए और शाम को प्रयागराज पहुंच गए। संतोष दुबे (santosh dubey) ने कहा कि हर व्यक्ति को सप्ताह में 2 दिन साइकिल जरूर चलाना चाहिए। साथ ही छोटे कामों के लिए उनको साइकिल का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे प्रदूषण से बचा जा सकें और बाइक चलाते समय हेलमेट जरूर लगाना चाहिए जिससे दुर्घटना को रोका जा सके। उन्होंने अपनी इस यात्रा को देश के खिलाड़ियों के प्रति समर्पित किया।