पांच राज्य इस समय चक्रवाती तूफान ताऊते के कारण अलर्ट पर हैं। एक तरफ यह राज्य कोरोना संक्रमण के मामलों को कम करने में लगे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ यह आपदा भी परेशान करने वाली है। किसी आपदा को लेकर भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्री शामिल हैं। IMD के मुताबिक शनिवार देर रात 2.30 बजे ये चक्रवात गोवा के पणजी तट से 150 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में, मुंबई से 490 किलोमीटर दक्षिण, गुजरात के वेरावल से 880 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था।
तूफान के दौरान बारिश के साथ 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। बताया जा रहा है गुजरात महाराष्ट्र तथा केरल के तट पर इसका असर 2 से 3 दिन तक रह सकता है। तूफान का असर तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिमी राजस्थान और लक्षद्वीप में भी हो सकता है। इस चक्रवात को म्यांमार ने ‘ताऊ ते’ नाम दिया है।
मौसम विभाग के द्वारा यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस चक्रवात का सबसे ज्यादा असर गुजरात पर पड़ेगा। द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, राजकोट, मोरबी और जामनगर जिलों में फूस के बने मकान पूरी तरह तबाह हो जाएंगे, मिट्टी के घरों को भी भारी नुकसान होगा, पक्के मकानों को भी कुछ नुकसान पहुंच सकता है।