डॉ सना राम चंद पाकिस्तान में पहली हिंदू लड़की है जो असिस्टेंट कमिश्नर बनी हैं। इससे पहले वह 12 घंटे तक एक अस्पताल में नौकरी करती थी और बाद में लाइब्रेरी में पढ़ाई करती थी। काफी संघर्षों से भरी दास्तां है डॉक्टर सना राम चंद की। सेंट्रल सुपीरियर सर्विस (सीएसएस) परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद सना का नाम पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा के लिए सुझाया गया है। प्रक्रिया के अनुसार शुरुआत में सना को असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में नियुक्ति किया जा सकता है।
सना रामचंद्र सीएसएस पास कर पाकिस्तान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के लिए चुनी गई हैं। डॉ. सना रामचंद्र एमबीबीएस कर चुकी हैं और अभी सिंध प्रांत के शिकारपुर जिले में प्रैक्टिस भी करती हैं। इसके साथ ही डॉ. सना रामचंद्र मास्टर्स इन सर्जरी भी कर रही हैं। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में ही सबसे ज्यादा हिन्दू रहते हैं।
Waheguru Ji Ka Khalsa Waheguru Ji Ki Fateh🦅
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I'm pleased to share that by the grace of ALLAH ALMIGHTY, I have cleared the CSS 2020 and allocated to PAS. All credit goes to my parents. #css2021#100mostbeautifulwomen2021 pic.twitter.com/Jg3WqsWfWz— Dr Sana Ramchand (@DrSanaRamchand) May 7, 2021
परीक्षा परिणाम आने के बाद डॉ. सना रामचंद्र ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘वाहे गुरु जी की खालसा, वाहे गुरु जी की फतह! मुझे ये बताने में बेहद खुशी हो रही है कि अल्लाह की कृपा से मैंने सीएसएस-2020 परीक्षा पास कर लिया है। इसका सारा क्रेडिट मेरे पैरेंट्स को जाता है।’
बीबीसी ऊर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. सना रामचंद्र पाकिस्तान की वो पहली महिला हैं, जो सीएसएस पास करने के बाद पीएएस के लिए चुनी गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इस परीक्षा में कुल 79 लड़कियां पास हुई हैं, जिन्हें अलग अलग विभागों में नियुक्तियां मिलेंगी।