देशभर में पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन की कमी के कारण बहुत सारे लोगों की मौत हुई है। कई डॉक्टर का कहना है कि हमारे चारों ओर इतनी ऑक्सीजन उपस्थित है कि हम उसे सही तरह से यदि अपने शरीर में धारण कर लें तो हमें ऑक्सीजन के सिलेंडर की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वहीं दूसरी तरफ कई अस्पतालों में 20 से 25 लोगों ने केवल ऑक्सीजन की कमी के कारण ही दम तोड़ दिया है। आपको बता दें कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें करने से आपके शरीर में घटता हुआ ऑक्सीजन लेवल कंट्रोल किया जा सकता है आज हम इसी की बारे में बात करेंगे।
योग गुरुओं का कहना है कि कोरोना की इस त्रासदी में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत हो रही है। अगर इंसान वातावरण में मौजूद ऑक्सीजन को अपने सिलेंडर रूपी शरीर में भर ले तो इस वायरस से लड़ा जा सकता है। योग में इस व्यवस्था को ‘वशिष्ठ प्राणायाम’ कहा जाता है। यदि हम सामान्य रूप से सांस लेने की अवधि को शारीरिक क्षमतानुसार बढ़ा लें तो ये दिक्कत दूर हो सकती है।
वशिष्ठ प्राणायाम
इस योगासन में पीठ के बल लेटने के बाद शरीर को बिल्कुल ढीला छोड़ दिया जाता है। फिर इसके बाद नाक द्वारा बिल्कुल धीरे-धीरे सांस खींचते हैं। 20-30 सेकेंड तक सांस खींचने पर आपका पेट फूल जाएगा। अब सांस को कार्बन डाईऑक्साइड के रूप में नाक के रास्ते मध्यम गति से बाहर छोड़ें। ऐसा नियमित रूप से करने पर शरीर में हो रही ऑक्सीजन की दिक्कत से राहत मिलेगी।
सांस लेने में हो रही है तकलीफ तो इन बातों का रखें ध्यान
- अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो वैज्ञानिक और उसे डॉक्टरों के अनुसार आपको धूम्रपान इत्यादि करने वाले लोगों से दूर रहना होगा।
- अगर आप ऑक्सीजन के सिलेंडर उसका उपयोग कर रहे हैं तो अपने आसपास की खिड़कियों को खुला रखें जिससे वातावरण में उपस्थित ऑक्सीजन का फायदा भी आपको मिल सके।
- अगर आप होम क्वारंटाइन हैं तो आपको कुछ होम प्लांट अपने कमरे में लगा लेना चाहिए क्योंकि जिस प्रकार हमें ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है उसी प्रकार पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड की आवश्यकता होती है।
- कई चिकित्सकों का मानना है कि ऐसी अवस्था में आपको अपने शरीर के भीतर पानी की कमी नहीं होने देनी है। आपको किसी भी हालत में डिहाइड्रेशन का शिकार नहीं होना है।