मंगलौर पुलिस ने पूर्व आजा मंदिर में आपत्तिजनक वस्तुएं फेंकने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपियों ने खुद ही पुलिस के सामने जाकर अपने अपराध को कुबूल किया है। अपराध में शामिल एक व्यक्ति की अकाल मौत हो चुकी है। मरते हुए व्यक्ति ने अपने दोस्तों को नसीहत दी कि वे दोनों अपना जुर्म कबूल कर लें। अपने साथी की हालत बिगड़ते और उसे मरते देख दोनों आरोपियों को लगा कि शायद आपत्तिजनक वस्तुओं को दानपात्र में डालने के कारण ही उनके दोस्त की मौत हुई है, फिर क्या था, मौत के भय में दोनों आरोपी मंदिर के पुजारी के पास जा पहुंचे। इसके बाद पुलिस के सामने भी दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
पहले मंगलौर के कोरगाजा मंदिर में भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए या किसी टोना-टोटका की नीयत से तीन लोगों ने कुछ आपत्तिजनक वस्तुएं एक मंदिर के प्रांगण में फेंक दी थी। इस घटना के कुछ दिनों बाद उनमें से एक की मौत हो गई।बाकी दो ने मौत के डर से अपराध कुबूल कर लिया। मंगलौर के पुलिस आयुक्त एन. शशि कुमार ने कहा कि जोकाटे के रहने वाले दोनों आरोपी अपने दोस्त नवाज की मौत के बाद डरे हुए थे, नवाज ने मंदिर में पहले भी शौच किया था, वह कथित रूप से काले जादू में फंसा था, नवाज जब बीमार पड़ा तो उसने साथियों को अपना अपराध स्वीकार करने के लिए कहा था।