दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत को दादा साहब फाल्के अवार्ड दिया जाएगा। इस बात का ऐलान केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के द्वारा किया गया था। इस ऐलान को बहुत सारे लोगों ने चुनावी ऐलान का नाम भी दे दिया है। दौरान प्रकाश जावड़ेकर से जब पूछा गया कि क्या तमिलनाडु के चुनाव के कारण रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवार्ड दिया जा रहा है? इस पर जावड़ेकर नाराज हो गए और कहने लगे कि सवाल सही पूछा कीजिए।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह सिने जगत से जुड़ा हुआ अवार्ड है, पांच लोगों की ज्यूरी ने सामूहिक रूप से रजनीकांत के नाम का फैसला किया, इसमें राजनीति कहां से आ गई, सवाल सही पूछा कीजिए। इससे पहले जावड़ेकर ने रजनीकांत के फिल्म जगत में किए गए योगदान की चर्चा की।केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि रजनीकांत बीते 5 दशक से सिनेमा की दुनिया पर राज कर रहे हैं और लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं, यही कारण है कि इस बार दादा साहेब फाल्के की ज्यूरी ने रजनीकांत को ये अवॉर्ड देने का फैसला लिया गया है, पांच लोगों की ज्यूरी ने एकमत से यह फैसला लिया है।
कुछ समय पहले ही रजनीकांत ने राजनीति में आने का ऐलान किया था लेकिन अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर उन्होंने राजनीति में आने से इंकार कर दिया।मक्कल निधि मैयम के कमल हासन के अलावा बीजेपी को उम्मीद है कि रजनीकांत चुनाव में उनकी वैतरणी को पार लगा सकते हैं। इस बीच रजनीकांत के प्रशंसकों की एसोसिएशन रजनी मक्कल मण्ड्राम 1.25 करोड़ से अधिक सदस्यों के रजिस्ट्रेशन की योजना बना रही है।