इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के नेशनल हेडक्वार्टर ब्लड सेंटर में न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग (एनएटी) सुविधा के उद्घाटन समारोह के दौरान भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने लोगों को रक्तदान के लिए आगे आने का निवेदन किया। देश में बढ़ते कोविड मामलों के चलते उन्होंने कहा है कि शैक्षिक कार्यक्रमों को इस तरह से तैयार किया जाना चाहिए कि लोगों को नियमित रक्तदान के फायदों की जानकारी हो। स्वास्थ्य मंत्री का मानना है कि शैक्षिक संस्थानों, औद्योगिक घरानों, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों, धार्मिक समूहों और सरकारी संगठनों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। स्वैच्छिक रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए मास मीडिया का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
आंकड़ों के हिसाब से स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि विकसित देशों में हर साल एक हजार व्यक्ति पर 50 लोग स्वेच्छा से रक्तदान करते हैं, अपने देश में ऐसे लोगों की संख्या आठ से 10 है। दरसल केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी, राष्ट्रीय मुख्यालय (एनएचक्यू) के अध्यक्ष डॉ. हर्षवर्धन ने आईआरसीएस एनएचक्यू ब्लड सेंटर में एक न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग (एनएटी) सुविधा का उद्घाटन किया। आज उन्होंने पूरी तरह सुसज्जिततीन वाहनों का भी उद्घाटन किया। इनमें दो रक्त संग्रह गाड़ियां हैं, जिनका उपयोग रक्त शिविर आयोजित करने और रक्त इकाइयों को रेड क्रॉस ब्लड सेंटर से जोड़ने के लिए किया जाएगा।
संतानों में थैलेसीमिया के लिए pre marital screening के महत्व को भी रेखांकित करते हुए मैंने कहा कि जन्म-कुंडली की तुलना में रक्त-कुंडली का मिलान अधिक महत्वपूर्ण है। @PMOIndia @IndianRedCross pic.twitter.com/xDXUHbL3Sk
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 20, 2021
I was also delighted to inaugurate 3 blood donation vehicles at the event.
Strategic initiatives like these will greatly facilitate ease of conducting blood donation camps & encourage voluntary #blooddonation by the youth. pic.twitter.com/1yKn2OiGCZ
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 20, 2021