महाराष्ट्र में राजनीति समाप्त होती नजर नहीं आ रही है अरनव गोस्वामी की गिरफ्तारी के बाद और कंगना रनौत के ऑफिस पर बुलडोजर चलाने के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल आ चुका है। वर्तमान में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। परमबीर सिंह के आरोप पर अनिल देशमुख ने कहा, ‘एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन केस में सचिन वेज़ के सीधे लिंक सामने आ रहे हैं। परमबीर सिंह को डर है कि इसके कनेक्शन उसके पास पहुंच जाएंगे। उन्होंने कानूनी कार्रवाई से खुद को बचाने और बचाने के लिए ये झूठे आरोप लगाए हैं।”
परमवीर सिंह के इस आरोप के बाद अब भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र की सरकार पर हमलावर हो चुकी है। बीजेपी के
नेता राम कदम ने कहा कि 16 महीने से महाराष्ट्र में ठाकरे की सरकार है, जिस वजह से 1600 करोड़ रुपये हो गए। कई जिले और कई शहर हैं, वहां से भी कई करोड़ रुपये के लिए कहा गया होगा। पुलिस डिपार्टमेंट एक डिपार्टमेंट है। उसी प्रकार 22 विभाग हैं तो क्या हर मंत्री ने अपने विभागों को वसूली करने के आदेश दिए हैं। सरकार जनता की रक्षा के लिए होती है, लेकिन तीन दलों की सरकार ने जनता का शोषण करने को कहा। इतना घिनौना काम कभी भी नहीं हुआ। अगर थोड़ी भी शर्म बची है तो जिम्मेदार मंत्री तुरंत इस्तीफा दे दें।
Former Mumbai Police Commissioner Param Bir Singh writes to Maharashtra CM Uddhav Thackeray claiming Home Minister Anil Deshmukh's involvement in severe "malpractices".
"HM Deshmukh expressed to Sachin Waze that he had a target to accumulate Rs 100 cr/month," letter reads pic.twitter.com/g6gSIaKIww
— ANI (@ANI) March 20, 2021
परमवीर सिंह को वर्तमान में ही महाराष्ट्र के पुलिस आयुक्त के पद से हटाया गया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि आईपीएस अधिकारी के कुछ सहकर्मियों की गंभीर और माफ नहीं की जा सकने वाली गलतियां के चलते उनका तबादला किया गया। परमबीर सिंह के तबादले के बाद देशमुख ने कहा था कि इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पुलिस अधिकारी सचिन वाजे प्रकरण की जांच उपयुक्त तरीके से और बगैर किसी बाधा के हो।