भारत का बजट जब सामने आया था तब यह बात कही गई थी कि भारत में उपनिवेशवाद और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए तथा भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारत के कई सार्वजनिक बैंकों का निजीकरण किया जाएगा। इस मामले को लेकर लगातार देश में राजनीति गर्मा चुकी है और बैंकों के कर्मचारी बैंकों के निजीकरण को लेकर अब हड़ताल पर उतर आए हैं।। लेकिन इसी बीच भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों का निजीकरण नहीं होगा।
उनका कहना है,”जिन बैंकों का निजीकरण होने की संभावना है, उनके कर्मचारियों के हितों की पूरी तरह से रक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे बैंकों के कर्मचारियों के वेतन, स्केल, पेंशन से जुड़ी सभी चीजों का ख्याल रखा जाएगा।” वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि लगातार दो दिनों से बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर हैं और देश के लोगों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।