ट्विटर और भारत सरकार के बीच छिड़ा विवाद में अब भारत सरकार के द्वारा बनाया गया दबाव ट्विटर पर असर दिखाता हुआ दिखाई पड़ रहा है। आईटी मंत्रालय के द्वारा ट्विटर को शिकायत की गई थी कि लगातार कुछ टि्वटर अकाउंट के जरिए भारत के खिलाफ एजेंडा चलाया जा रहा है वही देश में 26 जनवरी 2021 की घटना को लेकर उन्हीं अकाउंट के जरिए अराजकता फैलाई गई थी। इस पूरे मामले पर भारत सरकार का कहना था कि हम अभिव्यक्ति की आजादी का पूरा सम्मान करते हैं लेकिन देश के खिलाफ की जाने वाली बातें अभिव्यक्ति के अंतर्गत नहीं आती।
भारत सरकार के द्वारा बनाए गए दबाव का असर यह हुआ कि ट्विटर ने अभी 97% एकाउंट को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है। उनमें से अधिकतर अकाउंट वही हैं जिनके द्वारा अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश की गई थी। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है सरकार ने टि्वटर को कुल 1435 ट्विटर एकाउंट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी, जिनमें से अब तक 1398 एकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया है। दरअसल, ट्विटर की ओर से यह कार्रवाई उस मीटिंग के बाद आई है, जिसमें आईटी सचिव अजय प्रकाश समेत कई अधिकारियों ने ट्विटर के कई और अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में यह बात पहले ही तय हो गई थी कि ट्विटर को भारत सरकार के द्वारा बनाए गए कानूनों का पालन करना ही होगा।
वहीं यह भी बताया जा रहा है कि जिन टि्वटर अकाउंट को अभी ब्लॉक नहीं किया गया है उन्हें लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं। विवादित फैसले को लेकर भारत सरकार ने जिन 257 हैडल्स की सूची सौंपी थी उनमें से करीब 220 हैडल्स को बंद किया का चुका है।