गणतंत्र दिवस के दिन लाल किले पर धर्म विशेष का झंडा फहराने वाले व्यक्ति की पहचान जुगराज सिंह के नाम से हुई है। यह व्यक्ति अपने माता पिता के साथ पंजाब के गांव तारा सिंह रहता है। जैसे ही पुलिस के द्वारा इसके गांव में पहुंचने की सूचना मिली यह तुरंत गांव से फरार हो गया। इस गांव के लोगों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते क्या हुआ या कैसे हुआ? वह एक अच्छा लड़का था जिसने हमें कभी भी शिकायत करने का मौका नहीं दिया। गांव वालों का कहना है कि पुलिस जुगराज के घर पर लगातार दबिश दे रही है लेकिन हर बार उसे खाली हाथ लौटना पड़ता है। जुगराज के घर पर उपस्थित ग्रामीण प्रेम सिंह ने कहा टीवी पर हमने इस घटना को देखा उसका कृत्य निश्चित दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इस युवा और निर्देश लड़के को यह नहीं पता था कि लाल किले पर झंडा फहराने का परिणाम क्या होगा? पहले से ऐसी योजना नहीं थी किसी ने उसे झंडा दिया और उसे फैलाने के लिए कहा और वह ऊपर चढ़ गया।
लाल किले पर धर्म विशेष का झंडा फहराने वाला जुगराज सिंह मैट्रिक पास है। 14 जनवरी को गांव से दो ट्रैक्टर ट्रॉली यहां इस आंदोलन के लिए रवाना हुआ थी, यह लड़का भी इनके साथ दिल्ली चला गया। दादा महल सिंह ने बताया है कि परिवार के पास 2 एकड़ जमीन है। परिवार पर चार लाख का कर्जा भी है। 26 जनवरी की रात को 10:00 बजे की पुलिस की टीम इस लड़के के घर पहुंची और परिवार से पूछताछ की है परिवार वालों ने बताया कि पहले वह एक निजी कंपनी में काम करने गया था लेकिन बाद में लौट कर हमारे यहां पर ही खेती करने लगा।