देश में लगातार किसानों का आंदोलन जारी है। इतनी ठंड में भी भारत का किसान सड़कों पर बैठकर आंदोलन कर रहा है। 9 दौर की वार्ता बेनतीजा रही है। सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार इस मामले का हल निकालना नहीं चाहती, वहीं भारत किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कुछ किसान नेताओं पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश गेट पर जारी आंदोलन में पहुंचे टिकैत ने कहा, “कुछ किसान नेता ऐसे हैं जो सरकार के साथ बातचीत को सफल होने ही नहीं देते। बैठक में अगर सभी किसान सरकार की बात से सहमत होते हैं तो दो-तीन नेता उस पर असहमति जता देते हैं।” टिकैत ने कहा है, “इन नेताओं को चिन्हित कर समझाया जाएगा या विचार विमर्श कर कमेटी से बाहर कर दिया जाएगा।”
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में नरेश टिकैत ने कहा, “किसान विवाद नहीं चाहता वह समाधान चाहता है। यही वजह है कि वह अपनी मांगों को कई बार ठुकराने के बावजूद भी सरकार के बुलावे पर वार्ता के लिए पहुंच रहा है। सरकार से वार्ता के लिए 40 किसानों की कमेटी बनाई गई है इनमें से कुछ लगातार समाधान में रोड़ा बन रहे हैं पता चलना चाहिए कि वह लोग कौन हैं?” बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन और कृषि कानूनों से जुड़े सभी मामलों पर आज सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। पिछले हफ्ते एक मामले की सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ने बातचीत के जरिए गतिरोध सुलझाने पर जोर दिया था। उन्होंने यह भी कहा था, “अगर सरकार ने जानकारी दी कि आंदोलनकारी संगठनों के साथ उसकी बातचीत सही दिशा में चल रही है तो सुनवाई को टाला भी जा सकता है।”