ईश्वर ने मनुष्य को मनुष्य का रूप इसलिए दिया है क्योंकि मनुष्य अपने शरीर के द्वारा प्रत्येक जीव के लिए एक ऐसा संसार प्रदान कर सके,जिसमें जीव जंतु से लेकर पशु,पक्षी तक सुरक्षित रह सके। लेकिन कभी-कभी विज्ञान की अंधी दौड़ में व्यक्ति इतना गुम हो जाता है कि वह अपनी मानवता ही भूल जाता है। सूत्रों के अनुसार तेलंगाना की महबूबाबाद में बेजुबानों पर अत्याचार करने का एक मामला सामने आया है। जहां 30 से ज्यादा बंदरों को पहले जहर देकर मार दिया गया, और उसके बाद फिर उन्हें बोरे में भरकर एक टीले पर फेंक दिया गया। वन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार यह बताया जा रहा है कि इन बंदरों को जहर देकर मारा गया है। अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि आखिर इन बंदरों का हत्यारा कौन है?
अधिकतर बंदरों के शव गल चुके हैं और इन शवों को जिले के शनिगापुरम गांव के पास मंगलवार को एक किले पर पाया गया है। अधिकारियों के अनुसार शवों के जल जाने के कारण इनका पोस्टमार्टम नहीं किया जा सकता। वन विभाग तथा पुलिस अधिकारी आस-पास के गांव में इस मामले की जांच कर रहे हैं। एक अधिकारी के अनुसार आशंका जताई गई है कि बंदरों को जहर देकर मारा गया है। अभी तक यह बात साफ नहीं हुई है यह कारनामा किस व्यक्ति ने किया है। फसलों को बचाने के लिए किसानों ने इन्हें मारा है या कोई और व्यक्ति किसी और उद्देश्य के कारण इन बंदरों का हत्यारा बना?