नशा करने के लिए लोग सर्दियों से भांग (cannabis) का इस्तेमाल करते आए है। भांग मैरिजुआना का ही एक प्रकार होता है। लेकिन क्या आप जानते है भांग में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते है, जिसकी मदद से कैंसर और मिर्गी जैसे रोगों का इलाज भी किया जाता है। भांग लेने से हमारे अंदर डोपामीन होर्मोन का स्तर बढ़ता है, जिससे हमारे दिमाग में एक प्रकार का एन्ज़ाइम रिलीज़ होता है और हमें खुशी का अहसास कराता है। उस खुशी को बार-बार पाने की लालच में ही लोग भांग के एडिक्ट भी हो जाते है।
हाल ही में आयुष मंत्रालय की एक संस्था ने भांग से कैंसर (Cancer) की दवाई बनाने का दावा किया था। इस दवाई को मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कैंसर के मरीजों पर इस्तेमाल किया गया, जिससे मरीजों को काफी राहत भी मिली। कीमोथेरेपी के बाद मरीजों को असहनीय दर्द, भूख ना लगना, नींद ना आना और चिड़चिड़ापन जैसी परेशानियां होने लगती है। भांग से बनी दवाई कीमोथेरेपी के इन सभी साइडइफेक्ट्स को कम करने में मदद करती है। साथ ही ये मरीजों के मूड को ठीक करने में भी मदद करता है। भांग के इन सब गुणों को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने केवल औषधीय इस्तेमाल के लिए किसानों को भांग उगाने की परमीशन दे दी है।