जानिए सर्दी से बचने के आयुर्वेदिक उपाय, ये 6 हर्बल प्रोडक्ट आपको रखेंगे फिट

सर्दियों का मौसम प्रारंभ हो चुका है और सर्दियों से बचने के लिए आयुर्वेद में बहुत सारे तरीके बताए गए हैं। उन्हीं में से कुछ तरीकों के बारे में आज हम चर्चा करने वाले हैं।

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आप सभी जानते हैं कि सर्दियों का मौसम आ चुका है और इस समय में सर्दी, जुखाम और खांसी इस तरह के कुछ रोग होने का खतरा रहता है। इस समय में बहुत सारे लोग अंग्रेजी दवाइयों के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को ठीक करने का कार्य करते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो घरेलू नुक्से अपना करके अपने स्वास्थ्य को सही बनाए रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे आयुर्वेद में भी सर्दी, जुकाम, खांसी से बचने के बहुत सारे उपाय बताए गए हैं? आज हम आप सभी को उन्हीं में से कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। आयुर्वेद में एक शीर्षक आता है ऋतु चर्या! ऋतु चर्या का अर्थ होता है अलग-अलग ऋतु में हमें किस प्रकार अपने रहन-सहन को बदलते रहना चाहिए? आयुर्वेद में छह ऐसे प्रोडक्ट बताए गए हैं जिनके प्रयोग से व्यक्ति सर्दी से बच सकता है।

मुलेठी

Mulethi Benefits

यह बताया जाता है कि इसकी जड़ को पानी में उबालकर पीने से गले में खराश की समस्या समाप्त हो जाती है। इसके अलावा इस को पीसकर उसके पाउडर को शहद में मिलाकर खाने से हृदय तथा अन्य विकारों में आराम मिलता है।

सोंठ

इसे चाय दूध तथा सब्जी में डालकर उपयोग में लाया जा सकता है। यह माना जाता है किसके द्वारा गले में आराम आता है।

तेजपत्ता

इसका उपयोग बहुत सारी सब्जियों तथा पुलाव बनाने में किया जाता है। यदि इसके फायदे के बारे में चर्चा की जाए तो इसके द्वारा ट्राइग्लिसराइड कंट्रोल हो जाता है।

दालचीनी

पतंजलि के अनुसार, दालचीनी के सेवन से पाचनतंत्र संबंधी विकार, दांत, व सिर दर्द, चर्म रोग, मासिक धर्म की परेशानियां ठीक की जा सकती हैं। इसके साथ ही दस्त, और टीबी में भी इसके प्रयोग से लाभ मिलता है। दालचीनी, तेजपत्ता, तथा चीनी को बराबर-बराबर मात्रा में मिला लें। इसे चावल के धोवन (चावल को धोने के बाद निकाला गया पानी) से पीस कर बारीक चूर्ण बना लें। इसे नाक के रास्ते लें। इसके बाद गाय के घी को भी नाक के रास्ते लें। इससे सिर से संबंधित विकारों में आराम मिलता है।

चक्र फूल

चक्र फूल में ऐंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया, वायरस और मौसमी फ्लू को खत्म करने में सहायक होते हैं। इसे आप सब्जी में भी यूज़ कर सकते हैं। साथ ही चक्र फूल का काढ़ा भी बनाकर पी सकते हैं। इसके सेवन से सर्दी, जुकाम और बुखार में आराम मिलता है।

जायफल

जायफल का उपयोग गले के विकारों में किया जाता है। जायफल पाउडर की एक चम्मच को पानी गर्म करके साथ में लाएं और इससे गरारे करें इसके बाद आपके गले को आराम मिलेगा। इसके अलावा इसका प्रयोग शरीर के दर्द को ठीक करने सिर के दर्द को दूर करने तथा जोड़ों के दर्द को समाप्त करने के लिए भी किया जाता है।

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