हाथरस में हुए दुष्कर्म का मामला लगातार सुर्खियां बटोर रहा है। इसी बीच अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए कांग्रेस पार्टी के दो बड़े नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी हाथरस जाने के लिए निकल चुकी थी। जब वे ग्रेटर नोएडा पहुंचे उत्तर प्रदेश की पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया और उसके बाद दोनों बहन भाई वहां से पैदल ही निकल लिए ! कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में बेटियों से बलात्कार की घटनाओं के प्रति सरकार के रवैए की आलोचना करते हुए कहा कि जो हुआ वह अन्याय है, और जो सरकार ने किया है उससे भी बड़ा अन्याय है… प्रियंका गांधी ने यह बातें उस समय कही जब वे हाथरस जाने के दौरान ग्रेटर नोएडा पर रोकी गई थी।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी भी 18 साल की बेटी है एक मां होने के नाते उन्हें ऐसी घटनाओं पर बहुत गुस्सा आता है ! एक पत्रकार ने पूछा इतना गुस्सा क्यों? तब प्रियंका गांधी ने कहा, ” मेरी 18 साल की बेटी है… मैं महिला हूं… गुस्सा चढ़ता है….आपकी बेटी होती… आप धर्म के रखवाले कहते हैं अपने आप को ! कहते हैं हम हिंदू धर्म के रखवाले हैं हमारे धर्म में कहां लिखा है कि एक बेटी की चिता उसके पिता के द्वारा नहीं ज़लाई जा सकती।”
यह भी बताया जा रहा है कि जब दोनों भाई बहन प्रियंका और राहुल गांधी हाथरस जाने के लिए पैदल चल रहे थे! एक बार फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पुलिस के बीच जमकर हाथापाई हुई। यह भी बताया जा रहा है कि लाठीचार्ज के कारण पुलिस ने राहुल गांधी से धक्का-मुक्की की इसके बाद राहुल गांधी एक्सप्रेस वे पर गिर गए। फिलहाल पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प जारी है। और राहुल गांधी दोबारा हाथरस की ओर चल दिए थे। राहुल गांधी को रोककर फिर एक्सप्रेस वे की जमीन पर किनारे बैठा दिया गया है।
मैं यूपी के मुख्यमंत्री जी से कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ-
परिजनों से जबरदस्ती छीन कर पीड़िता के शव को जलवा देने का आदेश किसने दिया?
पिछले 14 दिन से कहां सोए हुए थे आप? क्यों हरकत में नहीं आए?
और कब तक चलेगा ये सब? कैसे मुख्यमंत्री हैं आप? pic.twitter.com/Q2qPcDXDTT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 30, 2020
लेकिन सोचने की बात यह है कि जहां पर उनके काफिले को रोका गया है। वह स्थान परी चौक के नाम से जाना जाता है और परी चौक से हाथरस की दूरी करीब 150 किलोमीटर है। ऐसे में क्या प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पैदल हाथरस पहुंच पाएंगे या फिर केवल राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए और मीडिया की चकाचौंध में आने के लिए दोनों लोग ऐसा कर रहे हैं?