उत्तर प्रदेश इस समय सबसे ज्यादा सुर्खियों में है क्योंकि कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस की एक बेटी का बलात्कार हुआ था जिसके बाद कल उसने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। लगातार उत्तर प्रदेश के प्रशासन ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर पूरे देश के लोग सवाल उठा रहे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है प्रधानमंत्री की की इस पहल की जानकारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं दी उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने कल हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।
दुष्कर्म पीड़िता ने कल दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया वहां से उसका सब कल रात को हाथरस पहुंचा। यह बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की पुलिस ने शव को रात में ही अंतिम संस्कार करवा दिया। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है। गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता वाली तीन संसदीय एसआईटी ने डीआईजी चंद्रप्रकाश और आगरा पीएसी के सेनानायक पूनम सदस्य होंगे। सीएम ने एसआईटी को घटना की तह तक जाने और 7 दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने बताया कि घटना में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इनके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और जल्द से जल्द सजा दिलाने का निर्णय लिया है।
वहीं इस पूरे मामले में लगातार राजनीति जा रही है। सबसे पहले इस बात को समझ लेना चाहिए कि पीड़िता किसी एक धर्म किसी एक जाति से संबंधित नहीं थी बल्कि वह पूरे देश और पूरे प्रदेश की बेटी थी। इस पर कुछ राजनेता अपनी गंदी राजनीति कर रहे हैं। वही बाल्मीकि समाज के लोग हाथरस में रामलीला मैदान के पास पुलिस से भिड़ गए। जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े।