छोटे बच्चों के जब दूध के दाँत निकलने शुरू होते हैं तो उन्हें कई प्रकार की तकलीफ होती है क्योंकि वे बोलकर अपनी परेशानी बताने में असमर्थ होते हैं, इसीलिए वह रोकर अपनी तकलीफ व्यक्त करने की कोशिश करते हैं। कई बार माता-पिता को पता नहीं होता कि उनके बच्चे के रोने की वजह क्या है! आपको बता दें कि यदि आपके बच्चे के दाँत निकलने शुरू हो गए हैं तो मुमकिन है कि उसके मुँह और मसूड़ों में दर्द हो रहा होगा, जिस कारण वह रो रहा है। आमतौर पर 5-6 महीने के बाद बच्चों के दूध के दाँत निकलने शुरू हो जाते हैं। इस दौरान उन्हें मसूड़ों में दर्द, खुजली और जलन जैसी समस्याएं होती हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स दे रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को इन सभी तकलीफों से बचा सकते हैं।
- नवजात शिशु को मालिश करने से बेहद आराम मिलता है। जब उसके दाँत निकलने शुरू हो जाएं तो रोज़ाना कुछ देर उसकी सिर और पैर की हल्के हाथों से मसाज करें। ऐसा करने से उसे मुँह के दर्द में राहत मिलेगी।
- अक्सर लोग बच्चों को गर्म दूध देते हैं लेकिन यदि बच्चे के दाँत निकलने शुरू हो गये हैं तो आप उसे हल्का ठंडा दूध दे सकते हैं। ठंडे दूध से उसे दर्द कम महसूस होगा।
- बच्चों के लिए शहद अमृत के समान बताया जाता है। रोज़ाना दिन में दो बार शहद देने से बच्चों के मसूड़ों की तकलीफ दूर हो सकती है। वैसे तो बच्चे खुश होकर शहद खा लेते है, लेकिन अगर बच्चा शहद खाने से मना करें तो माँ अपने स्तन पर शहद लगाकर बच्चे को दूध पीला सकती है।
- कुछ लोग बच्चों के साथ खेलने के लिए उन्हें नींद से उठा देते हैं। जब बच्चों के दाँत निकल रहे हों तो उस दौरान उन्हें अधिक से अधिक देर तक आराम करने दें। वे जितना अधिक आराम करेंगे, उन्हें दर्द में उतना ही अधिक आराम मिलेगा।
- कई बार दाँत निकलते समय बच्चों को हल्का बुखार, पेट में दर्द और उल्टी जैसी समस्याएं भी परेशान करती हैं। ऐसे समय पर बेहतर यही रहेगा कि आप किसी चाइल्ड स्पेशलिस्ट की सलाह अवश्य लें।