जब 5 दिनों तक एक ही गाना सुन कर सचिन ने ऑस्ट्रेलिया में जड़ दिया था दोहरा शतक

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विश्व क्रिकेट में जब कभी सबसे सफल बल्लेबाज का नाम लिया जाता है तो उसमे सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे पहले आता है। भारतीय क्रिकेट का वो खिलाड़ी जिसने लाखो भारतीयों और विदेशी खिलाड़ियों को क्रिकेट खेलने पर मजबूर किया। सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान भी कहा जाता है। क्रिकेट के तीनो फॉर्मेट को मिलाकर सचिन के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। करीब 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले सचिन ने विश्व के लगभग हर बेहतरीन गेंदबाज की पिटाई की और उन पिचों पर रन बनाए जहां अच्छे अच्छे बल्लेबाजों के पसीने छूट जाते थे।

यूं तो सचिन ने कई यादगार पारियां खेली लेकिन 2004 के दौरे पर ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में खेली गई 241 रनों की नाबाद पारी उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में गिनी जाती है। ये वो पारी थी जहां सचिन ने 436 गेंदों का सामना करते हुए एक भी कवर ड्राइव नहीं लगाई थी। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सचिन किस शैली के बल्लेबाज माने जाते थे। यही कारण है कि ना सिर्फ उनकी बल्कि यह डबल सेंचुरी टेस्ट इतिहास की बेस्ट पारियों में से एक है।

पूरी सीरीज में फ्लॉप रहे थे सचिन

2004 का ऑस्ट्रेलिया दौरा भारत के लिए किसी सुनहरे मौके से कम नहीं था। उस दौरे पर भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कोई सीरीज जीतने का कारनामा कर सकती थी। जिसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी सचिन के कंधों पर थी। लेकिन शुरुआती मुकाबलों में सचिन बुरी तरह से फेल हो गए थे। सिडनी में खेले गए आखिरी टेस्ट से पहले सचिन ने इस सीरीज में 0,1,37,0 और 44 रन की पारियां खेली थीं। ऑस्ट्रेलिया की धरती पर सिडनी से पहले सचिन के करियर का ये सबसे खराब प्रदर्शन के तौर पर माना जा रहा था। हालांकि सिडनी जाने से पहले टीम इंडिया 1-1 की बराबरी पर पहुंच कर सीरीज को रोमांचक कर चुकी थी।

फिर दुनिया ने देखा सचिन का अलग रूप

अगर किसी बल्लेबाज के नजरिए से सोचे तो अगर उसका का कोई पसंदीदा शॉट है तो वह जाहिर तौर पर उसे मैच के दौरान एक समय पर जरूर खेलेगा। सचिन का कवर ड्राइव उनका पसंदीदा शॉट था। लेकिन उन्होनें सिडनी के उस मुकाबले में एक भी कवर ड्राइव नहीं लगाई। 436 गेंदो के दौरान एक भी फेवरेट शॉट ना खेलना सचिन की मानसिक शैली को दर्शाता है। इस पारी से पहले सचिन लगातार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर आउट हो रहे थे। इसलिए उन्होंने इस पारी में ऑफ स्टंप के बाहर की सारी गेंदें छोड़ दी थी।

लगातार पांच दिनों तक सुना एक ही गाना

सिडनी टेस्ट से पहले टीम इंडिया को उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीत लेंगे। ऐसे में सचिन आगे आए और कमाल की डबल सेंचुरी जड़कर सीरीज जीतने की उम्मीद भी जगा दी। हालांकि ऐसा हो ना सका। टेस्ट ड्रॉ रहा। लेकिन सचिन की 241 रन की नॉटआउट पारी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई। सचिन ने एक इंटरव्यू के दौरान इस पारी से जुड़ा एक रोचक किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि उन्होनें लगातार पांच दिनों तक ही गाना सुना और दोहरा शतक जड़ा। उस पारी को याद करते हुए सचिन ने बताया था मुझे याद है जब मैंने 2004 में सिडनी में 241 रन की नॉटआउट पारी खेली थी। उन पांचों दिन मैंने सिर्फ एक गाना सुना था- ब्रायन एडम्स का समर ऑफ 69। मैंने उस गाने को लूप पर लगाया। फिर चाहे हम ग्राउंड तक जा रहे हैं, ड्रेसिंग रूम में, बैटिंग के लिए जाने से पहले, लंच टाइम, चाय ब्रेक, मैच के बाद, होटल वापस जाते हुए… पांच दिन सिर्फ और सिर्फ समर ऑफ 69, और कुछ नहीं।’

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