कोरोना संक्रमण के इस कठिन दौर में भारत के नागरिक, भारत के डॉक्टर और विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लोग पूरे मनोबल के साथ इस महामारी का सामना कर रहे हैं। सरकारों के द्वारा बहुत मदद देने के बावजूद भी स्थितियां सुधरती हुई नजर नहीं आ रही है। लॉकडाउन तथा कर्फ्यू के बाद मामले कुछ कम हुए हैं लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि महामारी अब ढलान पर है। इसी बीच राजनीतिक पार्टियां भी इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहती है। इस अवसर का लाभ उठाने के लिए लगातार विपक्षी पार्टियों के द्वारा केंद्र सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कोरोना महामारी में कथित कुप्रबंधन के लिए सरकार की आलोचना करने वाले विपक्षी दलों पर सोमवार को निशाना साधा है। उन्होंने आलोचकों से अपील की कि आगे आएं और अगर उन्हें वास्तव में कोई खामी दिखती है तो उसे ठीक करने में योगदान दें। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह आपदा है, जो सदी में एक बार आती है और यह समय है कि राजनीति से ऊपर उठते हुए मानवता के हित में कोविड से लड़ें। कार्मिक राज्यमंत्री ने इस तथ्य पर निराशा जाहिर की कि कई विपक्षी नेताओं के साथ ही तथाकथित बुद्धिजीवी मीडिया में बयान जारी करने पर काफी समय बिता रहे हैं या महामारी में कथित कुप्रबंधन को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए ट्वीट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर इस समय और ऊर्जा को वे प्रशासन और समान विचारधारा वाले नागरिकों के साथ मिलकर चुनौती का सामना करने में लगाते तो कोविड के खिलाफ भारत की लड़ाई और आसान हो जाती। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का कहना है कि हाल के समय में उन्होंने देखा है कि विपक्षी नेताओं के साथ ही कुछ पत्रकार सरकार के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उन्होंने ऐसे सभी आलोचकों से अपील की कि आगे आएं और अगर उन्हें वास्तव में कोई खामी दिखती है तो उसे ठीक करने में योगदान दें।