किसान आंदोलन को लेकर शिरोमणि अकाली दल भी लगातार आक्रामक रुख अपना रहा है। क्योंकि पंजाब की सत्ता में आना शिरोमणि अकाली दल के लिए बहुत आवश्यक है लेकिन इसी बीच खबर आ रही है शिरोमणि अकाली दल के दो मजबूत नेताओं ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। और शिरोमणि अकाली दल दिल्ली का दामन थाम लिया है दोनों नेताओं का कहना है कि सुखबीर सिंह बादल अपने और अपने परिवार की एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं तथा किसानों के आंदोलन को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। हरिंदर पाल सिंह और जतिंदर सिंह सहानी दोनों नेताओं ने पार्टी पर मुख्य धारा से विचलित होने का गंभीर आरोप लगाया है।
जतिंदर सिंह ने कहा कि बादल समूह मार्ग से विचलित हो गया है। वे DSCGMC के गवन की शिकायतों तथा धन के गलत प्रयोग पर कार्रवाई करने में विफल साबित हुए हैं।सबसे पहले बादल परिवार ने ही संसद में इन कानूनों का समर्थन किया था। और उसके बाद केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने ही देश भर के किसानों को इस कानून के बारे में समझाने का प्रयास भी किया था। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पहले ही किसानों का अपना समर्थन दे दिया है और पंजाब में चुनाव जीतने के लिए मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है। पंजाब में भी कुछ समय पश्चात पंचायत के चुनाव होने हैं निश्चित रूप से यह जो हंगामा दिल्ली की सड़कों पर देखा जा रहा है इसका बहुत बड़ा प्रभाव पंजाब में पड़ेगा।