दिल्ली दंगे में लगी थी युवक के दो गोलियां, 2 महीने कोमा में रहे अब राम लीला में निभा रहे हैं किरदार

जिस समय उत्तर पूर्वी जिले दंगों से जुड़े रहे थे उस वक्त रवि पर तलवार से प्रहार किया गया और उसके पेट में 2 गोलियां मारी गयीं। इसके बाद रवि को 2 महीने कोमा में रहना पड़ा। लेकिन आज भी रामलीला में अलग-अलग किरदार निभा रहे हैं।

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कहा जाता है कि जिसकी रक्षा ईश्वर करते हैं उसे कोई भी नहीं मार सकता…. यह कहावत सुदामापुरी के रहने वाले रवि पर ठीक बैठती है। पिछले साल फरवरी के महीने में जब दिल्ली का उत्तर पूर्वी जिला दंगे की आग में झुलस रहा था उस समय बहुत सारे दंगाइयों है रवि के घर को घेर कर उस पर तलवारों से बार किया और उसके पेट में 2 गोलियां भी मार दीं। इस पूरी घटना में रवि 2 महीने तक कोमा में रहे और लंबे इलाज के बाद वे ठीक हो पाए। जैसे ही रवि को तलवार और गोलियां मारी गई रवि सड़क पर गिर गए मदद की गुहार लगाते रहे बहुत समय के बाद लोगों ने उनकी मदद की और उन्हें ज़ी टीवी अस्पताल में भर्ती कराया। इस पूरी घटना में उनकी एक किडनी भी उनसे छिन गई।

लेकिन आप सोच कर देखिए जिस रवि की जिंदगी को ही बचाना डॉक्टरों के लिए बहुत मुश्किल था वही व्यक्ति आज भगवान श्री राम की रामलीला में किरदार निभाकर दुनिया को मोहब्बत और समानता का संदेश दे रहा है। बाबरपुर बस टर्मिनल पर होने वाली श्रीआजाद रामलीला कला केंद्र में रवि प्रजा वासी का किरदार निभा रहे हैं। रवि ने दंगाईयों के लिए कहा धर्म नहीं सिखाता आपस में बेर रखना, हिंदी है हम वतन हिंदोस्तां हमारा। रवि पेशे से हलवाई हैं और पिछले छह वर्षों से वह रामलीला में विभिन्न किरदार निभा रहे हैं। रवि का कहना है कि दंगे में उनकी जान बच पाना किसी भी चमत्कार से कम नहीं है। रवि मानते हैं कि उनके परिवार वालों ने यह उम्मीद खो दी थी कि वह अपने बच्चे को जिंदा देख पाएंगे। लेकिन कहते हैं न जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ में होती है, शायद भगवान को मंजूर नहीं था दो गोली लगने और किडनी निकलने बाद भी उनकी मृत्यु होना। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं है, लेकिन फिर भी लीला कर रहे हैं। सिर्फ इसलिए क्योंकि दूसरा जीवन भी भगवान ने उन्हें दान में दिया है।

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