चुनाव के तीसरे चरण में भी बंगाल में जमकर हुआ बवाल, टीएमसी ने अपने उम्मीदवार पर हमले का उठाया मुद्दा

पश्चिम बंगाल के तीसरे चरण के चुनाव के बीच भी पश्चिम बंगाल में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। चुनावी गड़बड़ियों को लेकर तृणमूल कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी, और भारतीय जनता पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगा रही है। इसी बीच बताया जा रहा है कि टीएमसी ने भारतीय जनता पार्टी पर उम्मीदवार सुजाता मंडल पर हमले का आरोप लगाया है।

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आज पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण का मतदान हो रहा है। कुछ समय के बाद मतदान की सीमा समाप्त हो जाएगी। लेकिन अन्य दिनों की भांति आज भी पश्चिम बंगाल में शांति नहीं रही। पश्चिम बंगाल में लगातार हिंसा का दौर जारी है भारतीय जनता पार्टी टीएमसी पर, और टीएमसी भारतीय जनता पार्टी पर हिंसा का आरोप लगा रही है। चुनावी गड़बड़ियों को लेकर भी दोनों पार्टियां आमने सामने आ चुकी हैं। दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने और पश्चिम बंगाल में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक चुके हैं। लेकिन इसी बीच खबर आई है कि तृणमूल कांग्रेस के द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर टीएमसी की प्रत्याशी सुजाता मंडल पर हमले के आरोप लगाए गए हैं।डेरेक ओब्रायन ने कहा कि भाजपा के गुंडों ने अरंडी-I बूथ नं .263 महालापारा में टीएमसी उम्मीदवार सुजाता मंडल पर हमला किया।

दें कि तीसरे चरण में तीन जिलों हावड़ा, हुगली और दक्षिण 24 परगना की 31 सीटों पर कुल 205 प्रत्याशी मैदान में हैं। हावड़ा की सात, हुगली की आठ और दक्षिण 24 परगना जिले की 16 सीटें हैं। इन सभी सीटों को संवेदनशील घोषित कर दिया गया है और धारा 144 लागू है। टीएमसी नेता के घर ईवीएम मिलने पर कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बंगाल में सारे चुनाव सत्तारूढ़ पार्टी के पक्ष में होते हैं इसलिए पिछले पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी 20,000 सीटों से जीती थी। यहां चुनाव का मतलब हिंसा होती है जो दर्शाता है कि बंगाल में कानून की स्थिति खराब होती जा रही है।

भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आज बंगाल में तीसरे चरण का मतदान है और एक बार फिर टीएमसी एक्सपोज हुई है। उलुबेरिया में बीती रात, टीएमसी नेता गौतम घोष के निवास से, 4 वीवीपीएटी और ईवीएम मिले और जब्त किए गए। मशीनों को कार द्वारा लाया गया, जो चुनाव ड्यूटी पर थे। आज वहां चुनाव है इसलिए चुनाव आयोग ने तुरंत कार्रवाई कर उस मशीन को उपयोग न करने को कहा है, संबंधित अधिकारी को सस्पेंड किया है। इसमें जांच होने की आवश्यकता है इसलिए हमारी चुनाव आयोग से मांग है कि वो खुद इसकी जांच करे और कड़ी कार्रवाई करे क्योंकि ये चुनाव प्रक्रिया के साथ एक तरह से धांधली है।

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