राजस्थान में मंदिर की जमीन विवाद में एक पुजारी को जलाकर मारने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राजस्थान के करौली जिले के बुकना गांव में मंदिर के जमीन विवाद में कुछ लोगों ने पुजारी को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। हालांकि,उस वक्त उनकी मौत नहीं हुई और गंभीर रूप से जख्मी पुजारी को जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहा बुरी तरह जले पुजारी ने गुरुवार शाम को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी
जानकारी के मुताबिक करौली के सपोटरा में बकना गांव में मंदिर की जमीन पर हुए अतिक्रमण को लेकर संघर्ष के दौरान कुछ लोगों द्वारा कथित रूप से जिंदा जलाए जाने के बाद एक मंदिर के पुजारी ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार किया है। घटना गुरुवार की बताई जा रही है। इस घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा पनप गया है।
करौली के एसपी मृदुल कच्छवा ने कहा कि मरने से पहले मंदिर के पुजारी बाबूलाल ने अस्पताल में पुलिस को एक बयान दिया कि आरोपी कैलाश मीणा और उनके बेटों सहित कुछ प्रभावशाली लोगों ने उनकी जमीन को अतिक्रमण करने की कोशिश की और विवाद के दौरान आरोपियों ने उस बाड़ को आग लगा दी, जिसमें पुजारी गंभीर रूप से जल गए थे।
फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की छानबीन कर रही है। करोली एसपी मृदुल कच्छवा के अनुसार, पुलिस ने बुकना गांव में हुए अपराध के 24 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार किया है पुलिस ने पुजारी के बयान के आधार पर अन्य आरोपी गिरफ्त से बाहर हैं। बाकी की तलाश जारी है इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने बयान में कहा कि यह एक अत्यंत निंदनीय अपराध है। बढ़ती अपराध की घटनाओं को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि दलित, महिलाएं, व्यापारी, बच्चे, राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार को नींद से जागने और आरोपियों को इस मामले में सख्त सजा देने की जरूरत है।