टूलकिट: अगर ‘सत्य डरता नहीं’ तो फिर ये भय कैसा?

दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम का टूलकिट मामले को लेकर ट्विटर इंडिया के दफ्तर जांच के लिए जाने के बाद फिर विवाद शुरू हो गया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस मामले को लेकर भाजपा पर तंज कसा है।

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कांग्रेस पार्टी से जुड़ा टूलकिट मामला अब ट्विटर इंडिया के दफ्तर तक पहुंच गया है। हाल ही में इस पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए ट्विटर इंडिया के दफ्तर में दिल्ली स्पेशल पुलिस की 2 टीमों को जांच के लिए जाना पड़ा। हालांकि पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा और उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा लेकिन इस मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए स्पेशल पुलिस का ये कदम जायज था लेकिन टूलकिट (Toolkit) और ट्विटर विवाद को लेकर विपक्ष का हंगामा जरूर शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी इस मामले में कूदना पड़ा हैं।

दिल्ली पुलिस का एक्शन

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के द्वारा टूलकिट मामले को जनता के सामने लाये जाने के बाद दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की टीम ने कथित ‘कोविड टूलकिट’ मामले की जांच के संबंध में ट्विटर इंडिया के दिल्ली और गुरुग्राम स्थित कार्यालयों पर खुद जांच की। पुलिस टीम का कहना है कि वह ट्विटर इंडिया के दफ्तर पर छापेमारी के लिए नहीं बल्कि नोटिस देने के लिए गई थी क्योंकि इस मामले पर ट्विटर इंडिया का जवाब स्पष्ट नहीं था। यही कारण था कि उन्हें ट्विटर इंडिया के दफ्तर जाना पड़ा। हालांकि इस पूरे मामले को नया एंगल देने के लिए विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया है और जांच से पहले ही सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े करने शुरू कर दिए है।

‘सत्य डरता नहीं’ तो फिर डर किस बात का

दिल्ली पुलिस की इस छापेमारी के बाद कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए सरकार पर तंज कसते हुए लिखा है कि ‘सत्य डरता नहीं है’। राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भी सरकार पर हमलावर हो गए है। लेकिन अब सवाल ये है कि अगर कांग्रेस सत्य के साथ खड़ी है तो पुलिस की इस कार्यवाही से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भय कैसा? पार्टी के नेता और आलाकमान पुलिस की इस कार्यवाही को नया एंगल देने की कोशिश क्यों कर रही है? अगर टूलकिट फर्जी है तो वह पुलिस की इस कार्यवाही का सहयोग क्यों नहीं करती? ऐसे कई सवाल है जो इस समय कांग्रेस पार्टी को भी कटघरे में खड़ा करते है।

क्या था पूरा मामला?

दरअसल पिछले हफ्ते भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस की टूलकिट को सोशल मीडिया पर वायरल किया था। संबित पात्रा का आरोप था कि कांग्रेस ने इस टूलकिट में कोरोना स्ट्रेन को मोदी स्ट्रेन का नाम दिया है। साथ ही कुंभ को कोरोना स्प्रेडर बताया था। हालांकि, कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया था कि भाजपा उसे बदनाम करने के लिए फर्जी ‘टूलकिट’ का सहारा ले रही है।

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