बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि अब बंगाल विधानसभा में CAA को वापस लेने के लिए प्रस्ताव पारित किया जाएगा। ऐसे में केरल और पंजाब के बाद बंगाल तीसरा ऐसा राज्य होगा जो कि CAA के विरोध में विधानसभा में उतर रहा है। तृणमूल (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने उत्तर बंगाल दौरे पर जाते समय सोमवार को कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इसकी घोषणा की।
चार दिवसीय उत्तर बंगाल दौरे के लिए रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा है कि, यदि राज्य के विपक्षी दल सीएए (CAA) पर प्रस्ताव को लेकर सहमत हों तो वे इस बात पर बैठक भी करना चाहेंगी। बता दें कि सीएम का बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य में विपक्षी कांग्रेस और वाममोर्चा लगातार केरल, पंजाब की तरह बंगाल विधानसभा में सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की मांग कर रहे हैं। इससे पहले असम एनआरसी के खिलाफ भी बंगाल विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया जा चुका है।
इसके साथ ही ममता बनर्जी (TMC) ने एनआरसी पर भी अपना विरोध जताते हुए कहा है कि, “मैं भाजपा शासित पूर्वोत्तर-त्रिपुरा, असम, मणिपुर और अरुणाचल तथा विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों के सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करूंगी कि वे निर्णय पर पहुंचने से पहले कानून को ठीक तरह से पढ़ें और एनपीआर फॉर्म के विवरण खंडों का संज्ञान लें। मैं उनसे इस कवायद में शामिल न होने का आग्रह करती हूं क्योंकि स्थिति बहुत बुरी है।”
उन्होंने एनपीआर (NPR) की कवायद को ‘खतरनाक खेल’ करार देते हुए कहा कि माता-पिता के जन्मस्थान का विवरण मांगने वाला फॉर्म कुछ और नहीं, बल्कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के क्रियान्वयन का पूर्व संकेत है।