कोरोना वायरस का असर पूरे भारत में तेज़ी से फैल रहा है। अगर कुछ राज्यों की बात करें तो गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली तो ऐसे राज्य है जहाँ हर दिन के साथ कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसी बीच दिल्ली में एक नई बहस छिड़ गई है। भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी के मुख्य और राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में कोरोना से हुई मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगा रही है।
केजरीवाल सरकार पर ये आरोप भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने लगाया है। कपिल मिश्रा ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। दरअसल केजरवाल सरकार का मानना है कि अभी तक दिल्ली में कोरोना से केवल 73 (ताजा आंकड़ों के अनुसार) मौतें ही हुई है जबकि कपिल मिश्रा का कहना है कि 5 अस्पताल मिला कर ही दिल्ली में 116 मौतें हो चुकी है।
𝗧𝗿𝘂𝘁𝗵 𝗼𝗳 𝗖𝗼𝗿𝗼𝗻𝗮 𝗗𝗲𝗮𝘁𝗵𝘀 𝗶𝗻 𝗗𝗲𝗹𝗵𝗶
अस्पतालों और कब्रिस्तान के रिकॉर्ड में कोरोना से सैकड़ो मौत
सरकारी रिपोर्ट में झूठ pic.twitter.com/0rrhAdMqKo
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 9, 2020
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा ‘भयानक झूठ दिल्ली के सिर्फ 5 अस्पतालों में ही 116 कोरोना मौत हो चुकी हैं। केजरीवाल सरकार कह रही है पूरी दिल्ली में 66 मौत” इस ट्वीट के साथ कपिल मिश्रा ने एक लिंक के साथ लिस्ट भी अटैच की है।
दूसरे ट्वीट में कपिल मिश्रा ने कहा ‘दिल्ली में कोरोना से हो रही सैकड़ो मौतें, अस्पतालों के डाटा के बाद, ये देखिये कब्रिस्तान का डाटा। केवल ITO के कब्रिस्तान में दफन कोरोना से हुई 86 लाशें। शुक्रवार को आई 6 लाश। केजरीवाल सरकार के मुताबिक अब तक सिर्फ 66 मौत”। इस ट्वीट के साथ भी उन्होंने एक अहम जानकारी साझा की है।
श्मशान घाट और कब्रिस्तान का डाटा –
दिल्ली में कोरोना से 287 मौत
(कल @ashishsood_bjp ने पता किया)
अस्पताल और श्मशान घाट दोनों का डाटा बता रहा हैं दिल्ली में कोरोना से सैकड़ो मौतें
सारा सच सामने, फिर भी
टीवी मीडिया चुप
विज्ञापन के पैसों का खेल
सफेद झूठ बेचा जा रहा हैं pic.twitter.com/KDHQHE4WoD— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 10, 2020
वहीं दूसरी तरफ इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राम मनोहर लोहिया की मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है कि वह दिल्ली सरकार को लगातार कोरोना से जुड़े आकड़ें भेज रही है लेकिन सरकार की तरफ से इसे लेकर कोई अपडेट नहीं किया जा रहा। यही कारण है कि कोरोना से हुई मौतों पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहें है।