हाल ही में झारखंड के जमशेदपुर में चोरी की एक ऐसी वारदात सामने आयी है। जिसमें चोरों ने कोरोना संक्रमित व्यक्ति के घर में घुसकर घर सील होने का फायदा उठाया और पहले इत्मिनान से मीट बनाकर उसका स्वाद लिया और फिर उसके बाद घर में रखी आलमारी तोड़कर नकदी और कीमती जेवरात चुरा कर ले गए। सूत्रों के मुताबिक जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र में रहने वाले शिक्षक डी सिंह इन दिनों पूर्ति जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र में कोरोना ड्यूटी पर थे। कोरोना ड्यूटी के दौरान वह स्वयं भी दौरान कोरोना वायरस की चपेट में आ गए। संक्रमण का पता लगते ही डी सिंह पूर्ति को इलाज के लिए टाटा मेन हॉस्पिटल में उपचार के लिए भर्ती करा दिया गया। प्रशासन ने घर में किसी और के न होने के कारण उसे पूरी तरह से सील कर दिया। पूर्ति के परिजन गांव में ही रहते हैं।
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घर बंद होने का फायदा उठाते हुए चोरों ने ताला तोड़कर घर में प्रवेश किया और 50 हजार रुपये नकद और कीमती जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। पड़ोसियों ने घर का ताला टूटा देखकर इसकी सूचना गांव में रहने वाले पूर्ति के रिश्तेदारों को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे रिश्तेदार जब घर के अंदर पहुंचे, तब अंदर का दृश्य देखकर सन्न रह गए। चोरों ने आराम से मीट बनाकर भोजन किया था। उसके बाद चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। रिश्तेदारों द्वारा घर में हुई चोरी की सूचना तुरंत पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंचते ही पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस इस घटना को लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है। हालांकि, कोरोना संक्रमित मरीज के सील घर में चोरी की वारदात ने पुलिस के लिए दोहरी चुनौती उत्पन्न कर दी है। चोरों तक पहुंचने के साथ ही वे किन-किन लोगों के संपर्क में आए, अर्थात कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग भी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।