Google search engine

-

फिल्म समीक्षाद स्काई इज़ पिंक मूवी रिव्यू: ज़िन्दगी के कठिन...

द स्काई इज़ पिंक मूवी रिव्यू: ज़िन्दगी के कठिन पलों को भी खूबसूरती से जीना सिखा देगी प्रिंयका चोपड़ा और फरहान अक्तर की यह फिल्म

“ज़िन्दगी के चन्द लम्हों को भी दिल में समेट ले जाते हैं, वे फरिश्ते होते हैं जो मौत को भी पल-पल जिया करते हैं।” ज़िन्दगी और मौत के बीच की हकीकत दर्शाती फिल्म ‘द स्काई इज़ पिंक’ आज सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई है। सत्य घटना पर आधारित यह फिल्म देखने के बाद आप अपनी आँखें नम होने से नहीं रोक पाएंगे। एक लंबे अर्से के बाद कोई इमोशनल फिल्म बॉलीवुड में रिलीज़ हुई है।

कहानी

यह फिल्म दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में रहने वाली आयशा चौधरी (ज़ायरा वसीम) की कहानी दर्शाती है जिसे बचपन से ही एससीआईडी (SCID) नाम की immuno deficiency बीमारी होती है। इस बीमारी के कारण उसके शरीर में होने वाली छोटी से छोटी बीमारी और इंफेक्शन भी जानलेवा साबित हो सकता है। मात्र 6 महीने की उम्र में आयशा का bone marrow transplant होता है, जिसके बाद भी वह केवल 18 साल तक ही जीवित रह पाती है।

आयशा की इसी कहानी को शोनाली बोस ने बड़े पर्दे पर बहुत खूबसूरती से दर्शाया है। फिल्म में प्रियंका चोपड़ा और फरहान अख्तर ने आयशा के माता-पिता का रोल निभाया है। आयशा के माता पिता पहले ही एक बेटी को इस बीमारी की वजह से खो चुके होते है। अब वह अपनी दूसरी बेटी को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करते है। आयशा का एक भाई भी होता है जो अपनी बहन को बेहद प्यार करता है और उसे बचाने के लिए हर संभव कोशिश करता है।

आयशा को उसके माता-पिता छोटी-सी ज़िन्दगी में भी हर खुशी देने का प्रयास करते है। बेटी के इलाज के लिए वह दिल्ली छोड़ लंदन शिफ्ट हो जाते है और वहां जाकर डॉनेशन मांग कर बेटी का इलाज कराते है। फिल्म का हर पल आपको इमोशनली अटैच कर देगा। फर्स्ट हॉफ के कुछ दृश्य देखकर हंसी भी आती है। फिल्म का सेकेंड हाफ आयशा के इलाज की कहानी दर्शाता है जिसे देख आप अपनी आँखों से आंसू नहीं रोक पाएंगे।

निर्देशन

फिल्म का निर्देशन शोनाली बोस ने किया है, और इसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। यह फिल्म शोनाली के दिल के भी बेहद करीब है क्योंकि कुछ समय पहले ही उनके बेटे की भी मौत हो गई थी। अपनी भावनाओं को बड़े पर्दे पर दिखाने में शोनाली बोस ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।

एक्टिंग

इस फिल्म से प्रियंका चोपड़ा जोनस लगभग 3 साल बाद बॉलीवुड में वापसी कर रही है। इंटरनैशनल स्टार बन चुकी प्रियंका ने एक मां का किरदार बहुत खूबसूरती से अदा किया है। वहीं पिता के रोल में फरहान अख्तर भी एकदम सटीक नज़र आते है। फिल्म में रोहित सराफ ने आयशा के भाई का रोल प्ले किया है। रोहित को फिल्म में जितना स्पेस दिया गया है, उतने में वह अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हो गए है।

फिल्म की जान ज़ायरा वसीम और उनकी आवाज़ है। पूरी फिल्म में आयशा की आवाज़ सूत्रधार में सुनाई देगी जो कहानी को हमारे दिल में उतार देती है। यह फिल्म देखने के बाद आपको निराशा होगी कि यह ज़ायरा वसीम की अंतिम फिल्म है क्योंकि उन्होंने एक्टिंग की दुनिया को अलविदा कह दिया है।

क्यों देखें ये फिल्म

यह फिल्म देखने के बाद आपको अपनी ज़िन्दगी बहुत हसीन लगने लगेगी। कठिन पलों में भी किस तरह मुस्कराते रहना चाहिए यह बात आपको सिनेमाघर जाकर पता लग जाएगी। इस फिल्म को हमारी ओर से 4 स्टार रेटिंग दी जाती है। कॉमेडी, रोमांस, एक्शन और सस्पेंस से अलग कुछ इमोशनल देखने के इच्छुक है तो यह फिल्म आपको जरुर देखनी चाहिए।

Image Source: @priyankachopra

spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

ताजा ख़बरें

Pulwama Attack Anniversary: पुलवामा हमले को बीते 4 साल, जानें क्या हुआ था आखिर उस दिन

"देखो वीर जवानों अपने खून पे ये इल्जाम ना आए, माँ न कहे कि मेरे बेटे वक्त पड़ा तो काम...

क्या आप जानते हैं दुनिया के सबसे महंगे क्रिकेट बैट के बारे में, 1 करोड़ 20 लाख रूपये है इस बैट की कीमत

अगर आप क्रिकेट के शौकीन है या आपने कभी भी क्रिकेट देखा है तो क्या आप जानते हैं कि...

क्या आप जानते हैं कि हिंदू धर्म में बांस को जलाना क्यों अशुभ माना जाता है, भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी है कहानी

आप सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म में बांस को जलाना अशुभ माना जाता है। लेकिन क्या आप इसके...

क्या आप जानते हैं उन 5 गांव के बारे में, जो अगर दुर्योधन ने पांडवों को दिए होते, तो नहीं होता महाभारत का युद्ध

आप सभी जानते हैं कि महाभारत की युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण शांति दूत बनकर महाराज धृतराष्ट्र के...

You might also likeRELATED
Recommended to you

द स्काई इज़ पिंक मूवी रिव्यू: ज़िन्दगी के कठिन पलों को भी खूबसूरती से जीना सिखा देगी प्रिंयका चोपड़ा और फरहान अक्तर की यह फिल्म “ज़िन्दगी के चन्द लम्हों को भी दिल में समेट ले जाते हैं, वे फरिश्ते होते हैं जो मौत को भी पल-पल जिया करते हैं।” ज़िन्दगी और मौत के बीच की हकीकत दर्शाती फिल्म ‘द स्काई इज़ पिंक’ आज सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई है।...