दुर्जनपुर में 15 अक्टूबर को पंचायत भवन पर कोटे की दुकान को लेकर एक बैठक चल रही थी। एसडीएम सुरेश पाल, C.O.चंद्रकेश सिंह, V.D.O. गजेंद्र प्रसाद सिंह और रेवती थाने का पुलिस बल वहां मौजूद था। आरोप यह लगाया गया है कि इसी दौरान एक विवाद होने पर धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश सिंह की हत्या कर दी और इसके बाद वह वहां से भाग गया। मामले में एसडीएम और सीओ को निलंबित कर दिया गया है। सभी आरोपियों पर गैंगस्टर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जा रही है। अब यह बलिया कांड का मामला जातिगत होता जा रहा है। भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने जहां ऐसे क्षत्रिय बनाम यादव का मुद्दा बना दिया है। तो धीरेंद्र और उसके परिवार के समर्थन में पूर्व सैनिकों का संगठन भी जमीन पर आ चुका है और अब करणी सेना भी इस मामले में प्रदर्शन कर सकती है।
बलिया कांडः यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को लखनऊ से गिरफ्तार किया। इस मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। pic.twitter.com/Kv4dzJOudH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2020
वहीं उत्तर प्रदेश के बलिया में हत्या के मामले में मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को एसटीएफ ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क से गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा उसके साथ उसके 2 साथी भी पकड़े गए हैं। कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना के बाद सर्विलांस के जरिए धीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया। धीरेंद्र सिंह बलिया विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी है। धीरेंद्र और डब्लू की तलाश में 12 टीमें लगी थी। मऊ और आजमगढ़ की पुलिस को भी उसकी गिरफ्तारी में लगाया गया था। इस बीच यह चर्चा हो रही थी कि देवेंद्र सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर सकता है पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया था।