देश के लोकतंत्र पर सर्वाधिक समय तक राज करने वाली पार्टी कांग्रेस अब अपने पतन की ओर बढ़ रही है। कल देश के जिन प्रमुख पांच राज्यों के चुनावी परिणाम आए उनमें से एक भी राज्य में कांग्रेस अपनी सरकार नहीं बना पाई और लगभग सभी राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेकार ही रहा। पश्चिम बंगाल में जीरो सीट पाकर कांग्रेस ने एक नया इतिहास रचा है। जबकि एक दौर हुआ करता था जब पश्चिम बंगाल में दो बार कांग्रेस की सरकार बनी थी। और उसके बाद तीन बार बाम दलों की।
विधायकों के इस्तीफ़े के बाद चुनावों की घोषणा होने से पहले केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई थी। जिसके कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया था। पांडिचेरी में जब विधानसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी 23 सीटों से सीधे 4 सीटों पर आकर रुकी है जो काफी निराशाजनक प्रदर्शन है। हालांकि इन राज्यों में हारने के बावजूद कांग्रेस को इस बात की खुशी है कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी अपनी सरकार नहीं बना पाई।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई दी। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, ”मैं भाजपा को पराजित करने के लिए ममता बनर्जी जी और पश्चिम बंगाल के लोगों को बधाई देता हूं।” उनके अलावा कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ममता को बधाई देते हुए ट्वीट किया, ”आज झांसी की रानी ने फिर से इतिहास लिख दिया।”
“बंगाल ने की एक क्रूर महिला को चुनने की गलती।” : बाबुल सुप्रीयो
अपनी और अपनी पार्टी की हार से बाबुल सुप्रीयो काफी परेशान हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की जीत पर उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर किया। तथा ट्विटर पर लिखा, “न तो मैं ममता बनर्जी को बधाई दूंगा। न ही कहूंगा कि मैं लोगों के इस फैसले का सम्मान करता हूं। ईमानदारी से सोचें तो बंगाल के लोगों ने बीजेपी को मौका न देकर एक ऐतिहासिक गलती की। इस भ्रष्ट, अक्षम, बेईमान सरकार और सत्ता में एक क्रूर महिला को चुनकर भी उन्होंने गलती की।” बाबुल सुप्रियो ने कहा, “हां, एक कानून के पालन करने वाले नागरिक के रूप में, मैं एक लोकतांत्रिक देश में लोगों द्वारा लिए गए फैसले का पालन करूंगा।”