पूरा देश इस समय कोरोना वायरस की जंग के खिलाफ एक साथ आगे आकर लड़ रहा है। इस वायरस से संक्रमित 2000 से ज्यादा पॉजिटिव मामले अभी तक सामने आ चुके हैं जबकि 50 से ज्याद लोग अभी तक कोरोना के चलते अपनी जान गवां चुके हैं। एक तरफ जहां प्रशासन और डॉक्टर्स इस मुश्किल घड़ी में कोरोना को फैलने से रोक रहें हैं तो वहीं कुछ लोगों ने सरकार की एक न सुनने की कसम खा ली है। दरअसल मध्यप्रदेश के इंदौर से एक ऐसी वीडियो सामने आई जिसने कुछ लोगों की लापरवाही पर एक बार फिर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं।
मध्यप्रदेश में इस समय कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या का आंकड़ा 75 के पार पहुंच गया है। डॉक्टर्स की टीम उन जगाहों पर लगातार काम कर रही है जहां कोरोना के संक्रमण की सबसे ज्यादा संभावना है। इसी के चलते 2 महिला डॉक्टर्स की टीम इंदौर के टाटपट्टी बाखल में जांच के लिए गई। ये मेडिकल टीम कुछ दूसरे साथियों के साथ कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों का सर्वे करने पहुंची थी। लेकिन वहां मौजूद लोगों की भीड़ ने महिला डॉक्टर्स पर ही हमला कर दिया। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होनी शुरु हो गई है।वीडियो में जिस तरह से लोग पत्थरों और अन्य चीजों से डॉक्टर्स पर हमला कर रहे हैं, उसे देख कर ऐसा लग रहा है जैसे हमले की तैयारी पहले से ही की गई थी।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक महिला डॉक्टर का कहना है कि हेल्थ विभाग ने उन्हें स्क्रीनिंग के लिए वहां भेजा था। डॉक्टर ने कहा ‘हमें एक व्यक्ति की कोरोना कॉन्टैक्ट की हिस्ट्री मिली थी तो हम वहां गए थे। हमलोगों ने जैसे ही पूछना शुरू किया उनलोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस थी इसलिए हम वहां से बच कर निकल आए।’ खबरों की माने तो पुलिस ने इस पूरे मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इसके अलावा अन्य लोगों की जांच के लिए पुलिस ने आगे की कार्यवाही भी शुरु कर दी है।