पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम सीट अब चुनाव के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हो चुकी है। क्योंकि यहां से खुद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं और उनके सामने प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं उन्हीं के पुराने साथी और भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी। शुभेंदु अधिकारी ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले मंदिर में पूजा की और उसके बाद यह ऐलान किया कि नंदीग्राम सीट से हमारी पार्टी की विजय होगी। पश्चिम बंगाल के हल्दिया में शुभेंदु अधिकारी ने एक रैली को भी संबोधित किया इस रैली में भारतीय जनता पार्टी की नेता और अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी भी मौजूद रहीं।
अधिकारी ने रैली के दौरान कहा ,”नंदीग्राम से भूमि पुत्र की ही जीत होगी। साथ ही कहा कि बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनेगी।” अधिकारी ने बताया, “अब मैं नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र का वोटर हो गया हूं। चुनाव आयोग ने मुझे मतदाता पहचान पत्र भी प्रदान कर दिया है।” पहले अधिकारी हल्दिया विधानसभा सीट से वोटर थे लेकिन अब वे नंदीग्राम से बोतल हो चुके हैं। विधानसभा चुनाव से पहले ही उन्होंने यह ऐलान कर दिया था कि नंदीग्राम सीट से वे ममता बनर्जी को करीब 50000 वोटों से हारायेंगे अन्यथा राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
हल्दिया में रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि नंदीग्राम आंदोलन के दौरान मुझ पर लाठीचार्ज किया गया था। और भी कई अत्याचार किया गया था लेकिन उस दौरान कोई भी उनके साथ नहीं था। ममता का इशारा दरअसल तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले शुभेंदु अधिकारी की ओर था। इसको लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने निशाना साधते हुए कहा कि वो सुवेंदु अधिकारी ही थे, जिन्हें पहले चोट लगी थी और 2006-2007 में वो भूमि अधिग्रहण आंदोलन के लिए लड़े थे।