देशभर में लगातार नए कृषि कानूनों को लेकर एक बहस छिड़ चुकी है। पंजाब हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों के किसान लगातार दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि इन तीनों नियमों को वापस लिया जाए। अब इन आंदोलनों की आग सत्ताधीशों की कुर्सी तक पहुंच चुकी है। भाजपा शासित सभी प्रदेशों में लगातार किसानों को भड़काने का काम किया जा रहा है और ऐसा ही कुछ काम उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश में भी हो रहा है।
किसान भाइयों, हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने तय किया है कि किसानों की आय दोगुना करना है।
उन्होंने कानून बनाया कि किसान अपनी उपज मंडी में या किसी और को बेचे, यह उसकी इच्छा पर होगा।
मैं घोषणा कर रहा हूं कि कोई मंडी बंद नहीं होगी। हमने तो मंडी शुल्क भी घटा दिया है। pic.twitter.com/LpoqvQIazN
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 4, 2020
मध्य प्रदेश के किसानों का एक-एक दाना खरीदेगी मध्य प्रदेश सरकार: मुख्यमंत्री
इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल एक किसान सभा के दौरान कई प्रमुख घोषणाएं करते हुए किसानों को अपने भरोसे में ले लिया है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश के किसानों का एक एक दाना खरीद लेगी, लेकिन अगर बाहर वाला मध्य प्रदेश में अपनी फसल लाकर बेचने का प्रयास करेगा तो उसके ट्रक को जप्त करके उसे जेल भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा है, “आसपास के राज्य का कोई भी व्यक्ति मध्य प्रदेश आकर अपनी फसल बेचने का प्रयास न करें।”
समस्या के लिए जिम्मेदार होंगे कलेक्टर: मुख्यमंत्री
शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मंडियां बंद नहीं होंगी। लेकिन अगर मंडियों के बाहर कोई व्यापारी किसानों को अच्छा दाम देकर उसकी फसल खरीदना चाहता है तो वह उसके लिए स्वतंत्र होगा। अब किसान की मर्जी होगी वह जहां चाहेगा वहां अपनी फसल बेच सकेगा। उन्होंने कहा पटवारी को हर सोमवार और गुरुवार को अनिवार्य रूप से अपने ऑफिस में बैठना होगा। यदि इस कार्य में कोई लापरवाही हुई तो कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।