हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना पूरी तरह से बदलती हुई दिखाई दे रही है। सत्ता पाने के लिए पहले शिवसेना ने भाजपा से गठबंधन तोड़ा और फिर राष्ट्रवादी कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से गठबंधन करने के पश्चात उद्धव ठाकरे को अपना मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन महाराष्ट्र में 1 साल सरकार चलाने के बाद अब शिवसेना में बड़े परिवर्तन नजर आ रहे हैं। धर्मनिरपेक्षता को छल बताने वाली शिवसेना और स्वयं को सेकुलर बनाने में लगी है। इसी कारण भारतीय जनता पार्टी अब पूरी तरह से हिंदुत्व को अपनी ओर लाने में सफल हुई है। शिवसेना का यह परिवर्तन तब दिखाई दिया जब पालघर में 2 साधुओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी और सरकार कोई बड़ा कदम नहीं उठा पाई।
सरजील उस्मानी नाम के एक व्यक्ति ने हिंदू समाज पर कड़े शब्द कहे और हिंदुओं को भला बुरा भी कहा। लेकिन प्रदेश में बाला साहब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे की सरकार होने के बावजूद उस व्यक्ति पर अभी तक कोई कड़ा कदम नहीं उठाया गया है। हिंदू समाज की भावनाएं भी आक्रोश में बदलती दिखाई दे रही हैं इसीलिए अब भारतीय जनता पार्टी एवं भावनाओं को अपनी और आकर्षित करना चाहती है इसके लिए पार्टी ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को आगे कर दिया है।
फडणवीस ने लगाये महाराष्ट्र सरकार पर गंभीर आरोप
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एक व्यक्ति महाराष्ट्र में आता है, हमारी भावनाओं का अपमान करता है, और बिना किसी कानूनी कार्रवाई का सामना किए अपने गृह राज्य लौट जाता है। अगर राज्य सरकार उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करने में विफल रहती है, तो हम मान लेंगे कि सरकार उस्मानी के साथ है। सरजील उस्मानी द्वारा दिए गए बयान का फायदा अब भारतीय जनता पार्टी उठा रही है क्योंकि शिवसेना सत्ता के भोग में इतनी मदांध है कि उसे दिखाई नहीं देता कि उसका वोटर कौन है और उसका वोटर कौन नहीं है? जिन पार्टियों के साथ शिवसेना का नया नया गठबंधन हुआ है उनमें से कोई भी पार्टी मुगलों के नाम पर रखे गए शहरों के नाम बदलने के लिए राजी नहीं है। तो आप सोच सकते हैं कि हिंदुत्व के मुद्दे पर लोगों की क्या राय होगी?
हिंदू समाज को बताया था सड़ा हुआ!
शरजील ने पुणे में हाल ही में आयोजित एल्गार परिषद के सम्मेलन में कहा था कि हिन्दुस्तान में हिन्दू समाज सड़ चुका है। जुनैद को चलती ट्रेन में मारते हैं, कोई बचाने नहीं आता है। ये जो लोग लिंचिंग करते हैं, कत्ल करते हैं। अगले दिन फिर किसी को पकड़ते हैं, फिर कत्ल करते हैं और नॉर्मल लाइफ जीते हैं। इसके अलावा भी शरजील उस्मानी ने हिन्दू समाज के लिए आपत्तिजनक बातें कही थी।