शिवसेना और कांग्रेस के बीच लगातार अच्छे संबंध दिखाई दे रहे हैं। कभी कांग्रेस के विरोधी पार्टी होने वाली शिवसेना आज कांग्रेस की तारीफों के पुल बांधती दिखाई देती है। जयपुर में कांग्रेस पार्टी की नेता राहुल गांधी में हिंदू और हिंदुत्व का फर्क बताया। राहुल गांधी के इसी बयान को लेकर अब शिवसेना राहुल गांधी की मुरीद हो गयी है।शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, एक समय था, जब देश में मुस्लिम और दलित वोट बैंक की राजनीति होती थी। उस वक्त हिंदुओं को महसूस होता था कि उन्हें राजनीतिक तौर पर नकारा जा रहा है। लेकिन आज हम देख सकते हैं कि हिंदू वोट बैंक से ही सफलता मिला रही है। भाजपा इसका फायदा उठाती रही।
इन परिस्थितियों में राहुल गांधी ने हिंदू राज्य लाने की बात कही है। उन्होंने यह भी साफ किया कि महात्मा गांधी हिंदू हैं और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू सत्य है, हिंदुत्व शक्ति है… लेकिन सबसे जरूरी यह है कि उन्होंने उस फैक्ट का भी जिक्र किया कि देश हिंदुओं का है।
सामना में शिवसेना ने आगे लिखा गया कि कांग्रेस कई सालों तक धर्मनिरपेक्षता में उलझी रही लेकिन ऐसा लग रहा है कि राहुल गांधी कांग्रेस को नई राह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। शिवसेना ने शरद पवार के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पुरानी हवेली के जमींदार की तरह हो गई है। यह हवेली मुस्लिम और दलित वोट बैंक पर बनाई गई थी। शिवसेना ने कहा है, “यूपी, बिहार, आंध्र प्रदेश और बंगाल में हर कोई देख सकता है कि कांग्रेस के हाथ से यह वोट बैंक छिन गया है। मुंबई और महाराष्ट्र में मुस्लिमों ने शिवसेना को वोट देना शुरू कर दिया, इसने भी कांग्रेस को सोचने पर मजबूर किया।”