महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह की खुली चिट्ठी के बाद अब महाराष्ट्र में राजनीति तेज हो चुकी है। इस चिट्ठी के सार्वजनिक होने के पश्चात भारतीय जनता पार्टी लगातार महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा मांग रही है। वहीं दूसरी तरफ अब उद्धव ठाकरे सरकार के गठबंधन पर भी कई प्रमुख सवाल खड़े हो चुके हैं। आपको बता दें कि परमवीर सिंह ने कल एक चिठ्ठी को सार्वजनिक करते हुए कहा था कि परमबीर सिंह ने कहा कि अनिल देशमुख ने सचिन वझे को अपने पास बुलाया था और उनके लिए हर महीने होटल, रेस्तरां, बीयर बार व अन्य जगहों से 100 करोड़ रुपये की उगाही करने को कहा था।
उन्होंने कहा कि वाझे का निलंबन खत्म करने का फैसला परमबीर का था। शरद पवार सवाल करते हुए कहा है कि कमिश्नर पद से हटाए जाने के बाद परमबीर आरोप क्यों लगा रहे हैं? उन्होंने कहा कि जांच के लिए मुख्यमंत्री के पास पूरा अधिकार है। शरव पवार ने कहा कि परम बीर सिंह की चिट्ठी में सिर्फ आरोप लगाए हैं सबूत नहीं है। यह नहीं बताया गया है कि पैसा गया कहां?
शरद पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता है महाराष्ट्र सरकार गिराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं या नहीं, मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि सरकार पर उनका कोई असर नहीं होगा। शरद पवार ने कहा कि गृह मंत्री के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने का निर्णय लेने का पूर्ण अधिकार महाराष्ट्र मुख्यमंत्री के पास है।