दक्षिण भारत की राजनीति में बड़ा परिवर्तन होने के कयास लगाए जा रहे थे। यह माना जा रहा था कि दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत फिल्म जगत के बाद अब राजनीतिक क्षेत्र में अपना हाथ आजमा सकते हैं।आज ऐसी सभी चर्चाओं पर विराम लग गया है क्योंकि दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत ने राजनीति में आने से इंकार कर दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर से ट्वीट किया जिसमें लिखा था, “मेरा मौजूदा स्वास्थ्य ईश्वर की ओर से दी जाने वाली चेतावनी है।” मशहूर अभिनेता ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए राजनीति में आने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अपने स्वास्थ्य खराब होने के कारण भी वे राजनीति में आने की वीरता नहीं दिखाएंगे।काफी समय से यह माना जा रहा था कि अब दक्षिण भारत की राजनीति में रजनीकांत एंट्री ले सकते हैं। क्योंकि वे लगातार प्रदेश की व्यवस्था को लेकर चिंतित थे। रजनीकांत की अभी हॉस्पिटल से छुट्टी हुई है।
— Rajinikanth (@rajinikanth) December 29, 2020
अगले साल तमिलनाडु में चुनाव है ऐसे में अगर रजनीकांत नहीं लड़ेंगे तो निश्चित रूप से दूसरी पार्टियों का फायदा पहुंच सकता है। एक साल पहले ही रजनीकांत ने एक्टर कमल से गठबंधन करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर प्रदेश के विकास के लिए कमल हसन मेरे साथ आना चाहते हैं तो मैं उनसे गठबंधन कर लूंगा। कुछ समय पहले उन्होंने ऐलान किया था कि वे 31 दिसंबर को नई पार्टी बनाएंगे और तमिलनाडु में होने वाले चुनावों में भाग लेंगे। अगर रजनीकात भारतीय राजनीति में एंट्री लेते तो वे तमिलनाडु के 8 वें ऐसे एक्टर होते हैं जिन्होंने राजनीति में भाग लिया है।