प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को किया संबोधित, ओलंपिक के बहाने मिल्खा सिंह को भी किया याद

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चित्र साभार: ट्विटर @narendramodi

27 जून 2021 यानि आज़ मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने कुछ समय पहले दिवंगत हुए मिल्खा सिंह को भी याद किया। नए अंदाज में प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में लोगों से सवाल भी पूछे।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर महीने प्रसारित होने वाले रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को हर घर में बुजुर्ग के साथ होने वाली आम चर्चा की तरह सुना जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपने साथी बूथ कार्यकर्ताओं के साथ इस कार्यक्रम को मिलकर सुनने की अपील की।

नड्डा ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लोकप्रिय मन की बात के संबंध में मुझे नियमित अनगिनत पत्र मिल रहे हैं। मन की बात हर घर में ठीक उसी तरह सुना जा रहा है जैसे कि घर के किसी बुजुर्ग की बात सुनी जाती है। इस सिलसिले में बांदा के आनंद स्वरूप जी का एक विचार से परिपूर्ण पत्र मिला है। अपने पत्र में आनंद स्वरूप जी ने कई सराहनीय सुझाव दिए हैं। मैं पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से हर महीने अपने बूथ के साथियों के साथ मन की बात सुनने की अपील करता हूं। इसके बाद वे वहां एक बूथ बैठक करें। अगले महीने दूसरे कार्यकर्ता के घर में मन की बात सुनें।’

वैक्सीन लगवाए और मास्क लगाएं, कोरोना से खुद को बचाएं

पीएम मोदी ने कहा कि इससे बचाव के दो रास्ते हैं। एक वैक्सीन लगवाएं और दूसरा मास्क लगाएं और अन्य प्रोटोकॉल का पालन करें। उन्होंने ग्रामीणों से बात करते हुए सभी से यह कहने की अपील किया कि जब भी आपका नंबर आए, वैक्सीन जरूर लगवाएं। पीएम ने गांव में क्वारंटीन सेंटर बनाए जाने, अन्य प्रोटोकॉल बनाने का जिक्र करते हुए गांवों की सराहना की और कहा कि गांव के हर एक व्यक्ति को वैक्सीन लग जाए। हमें सुस्त नहीं पड़ना है। किसी भ्रांति में नहीं रहना है।

डॉक्टर्स को किया याद

पीएम मोदी ने 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे की चर्चा करते हुए पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय को याद किया। पीएम मोदी ने डॉक्टर्स की सेवा की सराहना करते हुए कहा कि कुछ लोग हैं जो डॉक्टर्स की मदद के लिए भी काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने गुरुप्रसाद महापात्रा को भी याद किया और कहा कि वे कोरोना संक्रमण के दौरान भी वे खुद की परवाह किए बिना कई मोर्चों पर लड़ते रहे। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के कारण जान गंवाने वाले हर व्यक्ति को श्रद्धांजलि होगी कि हम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें और वैक्सीन जरूर लगवाएं।

पीएम मोदी ने कहा कि आप ये जानकर हैरान रह जायेंगे कि भारती जी ऐसी 30 हजार से अधिक जल-तलैया बनवा चुके हैं। उनका ये भागीरथ कार्य आज भी जारी है और अनेक लोगों को प्रेरणा दे रहे हैं। उन्होंने लगातार छोटे-बड़े तालाब बनवाये। इससे न सिर्फ उफरैंखाल की पहाड़ी हरी-भरी हुई, बल्कि लोगों की पेयजल की दिक्कत भी दूर हो गई। साथियों, पहाड़ों में जल संरक्षण का एक पारंपरिक तरीक़ा रहा है जिसे ‘चालखाल’ भी कहा जाता है , यानि पानी जमा करने के लिए बड़ा सा गड्ढा खोदना।

जल का संरक्षण जीवन के लिए बहुत आवश्यक : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने जल संरक्षण पर बात करते हुए कहा कि- बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते, बल्कि बादल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बरसते हैं। बारिश का पानी जमीन में जाकर इकठ्ठा भी होता है, जमीन के जलस्तर को भी सुधारता है। और इसलिए मैं जल संरक्षण को देश सेवा का ही एक रूप मानता हूँ।

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