आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं क्योंकि वहां पर देव दीपावली का महोत्सव मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा, “पहले इन्हीं लोगों ने किसान को यूरिया और एमएसपी के नाम पर ठगा और अब कृषि कानूनों का झूठा डर दिखा रहे हैं। जो कभी होने वाला नहीं है उसके नाम पर भ्रम फैलाया जा रहा है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब सरकार कानून बनाती है तो समर्थन और विरोध दोनों मिलता है। पहले सरकार का कानून किसी को भी सही नहीं लगता, विरोध होता है। आगे जाकर प्रचार किया जाता है कि यह फैसला ठीक है। लेकिन आगे चलकर क्या होगा? जो नहीं होने वाला है, उसे लेकर समाज में भ्रम फैलाया जा रहा है।
पहले सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था।
लेकिन अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है।
ऐतिहासिक कृषि सुधारों के मामले में भी यही खेल खेला जा रहा है।
ये वही लोग हैं जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ लगातार छल किया है। pic.twitter.com/T6JVtbkJ5O
— BJP (@BJP4India) November 30, 2020
Varanasi: Prime Minister Narendra Modi inaugurates six-lane widening project of Handia (Prayagraj)-Rajatalab (Varanasi) section of National Highway 19 pic.twitter.com/vrmW0IYvGp
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने आज वाराणसी के दौरे में कई प्रमुख बातें कहीं, जो निम्नलिखित हैं
प्रधानमंत्री ने अपना भाषण हर-हर महादेव से शुरू किया। उन्होंने काशीवासियों से भोजपुरी में संवाद किया। उन्होंने कहा कि काशी के लोगों के प्रणाम वा। इस दौरान उन्होंने देव दीपावली और गुरु नानक देव के प्रकाशोत्सव की शुभकामनाएं दीं।
पीएम ने कहा, “पहले एमएसपी तो घोषित होता थी लेकिन एमएसपी पर खरीद बहुत कम की जाती थी। सालों तक एमएसपी को लेकर छल किया गया। किसानों के नाम पर बड़े-बड़े कर्जमाफी के पैकेज घोषित किए जाते थे। लेकिन छोटे और सीमांत किसानों तक ये पहुंचते ही नहीं थे।किसानों को भविष्य का डर दिखाकर बहकाया जा रहा है। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों को समझाने की कोशिश की कि सरकार का कोई भी कानून उनके खिलाफ नहीं है।”
ईर्ष्या करने वालों ने किया किसानों का नुकसान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “बहुत सारे राज्य यह कहा करते थे कि दो 2000 रूपये इसलिए दिए जा रहे हैं क्योंकि प्रदेश में चुनाव है। उन्होंने ईर्ष्या में आकर किसानों को दो 2000रूपये नहीं पहुंचने दिए। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उनके प्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी, तब उन्हें इस पैसे का भुगतान कर दिया जाएगा। अब तक लगभग 1000 करोड रुपए और किसानों के खाते में सीधे पहुंच चुके हैं।”