राजस्थान में सियासी घटना क्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। आयकर विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने मुम्बई दिल्ली और राजस्थान के कई जगहों पर छापेमारी लगातार जारी है।
राजस्थान में सियासी घटना क्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। आयकर विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने मुम्बई दिल्ली और राजस्थान के कई जगहों पर छापेमारी लगातार जारी है। यह छापेमारी अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा और सुनील कोठारी, डीपी खोटारी, विकास कोठारी पर की गयी है जो कि INSE की रडार पर लिस्टेड है। इनके अलावा क़रीब 22 कोंग्रेसी नेताओ और सहयोगीयो के आवास पर छापेमारी की जा रही है ।
सीएम अशोक गहलोत के करीबी और ज्वैलरी फर्म के मालिक राजीव अरोड़ा के ठिकानों पर सोमवार सुबह आयकर विभाग की टीम पहुंची। उनके घर और दफ्तरों पर छापेमारी चल रही है। सूत्रों का कहना है कि राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ से देश के बाहर किए गए ट्रांजेक्शन के बारे में पूछताछ की जा रही है। आयकर विभाग की टीम ने जिन राजीव अरोड़ा के ठिकानों पर छापेमारी की है, वह राजस्थान कांग्रेस का आर्थिक मैनेजमेंट भी देखते हैं।
इस छापेमारी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस, बीजेपी पर हमलावर है और गहलोत सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगा रही है। खास बात है कि इस छापेमारी की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी। आयकर विभाग की टीम केंद्रीय रिजर्व पुलिस के साथ सहयोग करके छापेमारी को अंजाम दे रही है।
बीजेपी प्रवक्ता ने किया साफ़ : –
संबित पात्रा ने कांग्रेस के आरोपों से इनकार कर दिया है। संबित पात्रा का कहना है कि कोरोना के कारण आयकर विभाग ने छापेमारी रोकी थी। अब फिर से आयकर विभाग की कार्रवाई कर रही है। इस छापेमारी और राजस्थान के सियासी संकट का कोई लेना-देना नहीं है।