प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राममंदिर निर्माण के ट्रस्ट के गठन का ऐलान कर दिया है। बुधवार को संसदीय सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया। ट्रस्ट का नाम ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ रखा गया है। इसके साथ ही अयोध्या में सरकार द्वारा कब्जाई गई 67 एकड़ जमीन को भी ट्रस्ट को देने की घोषणा कर दी गयी है। ये वही 67 एकड़ जमीन है जिसे बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद केंद्र सरकार के अधीन कर दिया गया था। इस फैसले के बाद अब 67 एकड़ गैर-विवादित जमीन और 2.5 एकड़ विवादित जमीन दोनों ही राम मंदिर ट्रस्ट के पास होंगी। जबकि योगी सरकार की कैबिनेट ने अयोध्या के रौहानी में 5 एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिए भी दी है।
‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट में कुल 15 सदस्यों को जगह दी गयी है जिसमे से 1 ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा। ट्रस्ट के गठन पर मोहर लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा ‘ये विषय श्री राम जन्मभूमि से जुड़ा हुआ है, ये विषय अयोध्या में श्री राम जन्मस्थली पर भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण से जुड़ा हुआ। 9 नवंबर 2019 को मैं करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए पंजाब में था, उसी दिव्य वातावरण में मुझे सुप्रीम कोर्ट द्वारा राम मंदिर मामले पर दिए गए फैसले के बारे में पता लगा। इस फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि राम जन्मभूमि के विवादित स्थल के भीतरी और बाहरी आंगन पर राम जन्मभूमि का ही स्वामित्व है।