आज चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों को तय कर दिया है और यह बता दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव किस तरह से संपन्न होंगे। लेकिन इसी बीच सबसे बड़ा सवाल उठ रहा है कि अब बिहार का मुख्यमंत्री कौन बनेगा? अधिकतम लोगों का यह मानना है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार आएगी और नीतीश कुमार के हाथों में बिहार का शासन होगा! इसी श्रंखला में एबीपी न्यूज़ नए ओपिनियन पोल कराया जिसके अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार की सरकार बनने वाली है। इस ओपिनियन पोल के अनुसार बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 141 से 161 सीटें एनडीए के खाते में जाती दिखाई दे रही है और यूपीए को 64 से 84 और अन्य को तेरे से 23 सीटें मिलने के आसार हैं।
ओपिनियन पोल के अनुसार उत्तर बिहार में एनडीए को 43 से 51 और यूपीए को 17-21 और अन्य के खाते में 4 से 6 सीटें जा सकती है। 2015 में इसी क्षेत्र में यूपीए ने एनडीए के मुकाबले लगभग दोगुनी सीटें हासिल की थी। उस समय यूपीए को 44 और एनडीए को 25 सीटें मिली थी और अन्य के खाते में 4 सीटें गई हैं। उत्तर बिहार में विधानसभा की सबसे ज्यादा 73 सीटें हैं और इन 73 सीटों में भी एनडीए को भारी बढ़त मिलती दिखाई दे रही है उत्तर बिहार में एनडीए को 47 से 51 सीटें मिल सकती हैं और यूपीए 17 से 21 सीटों पर सिमट सकती है। मिथिलांचल की 50 सीटों में से एनडीए को 27 से 71 सीटें मिल सकती हैं इस क्षेत्र में भी महागठबंधन को बहुत बड़ा नुकसान होता दिखाई दे रहा है और यूपीए को 16-20 जितेन मिलती दिखाई दे रही है। पूर्वी बिहार से एनडीए को 14 से 18 यूपीए को 7 से 11और अन्य को 1 से 3 सीट मिलती हुई दिखाई दे रही है। यह केवल अनुमान मात्र है अब देखना यह होगा कि वास्तव में बिहार में किसकी सरकार बनेगी?
इस बार चुनाव आयोग ने कहा है कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक तनाव और उपद्रव फैलाने वाले लोगों को कड़े परिणाम भुगतने होंगे। इस बार नफरत फैलाने वाले भाषण देने वालों को सख्ती दिखाई जाएगी। चुनाव आयोग ने कहा है पहले चरण के मतदान में करीब 31000 बूथ पर वोट डाले जाएंगे दूसरे चरण में 42000 और तीसरे में साढे 33000 बूथ पर वोट डाले जाएंगे।