नीतीश कुमार ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे। भारतीय जनता पार्टी,जनता दल यूनाइटेड, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा तथा विकासशील इंसान पार्टी एनडीए के सभी घटक दलों ने मिलकर नीतीश कुमार को एनडीए के विधायक दल का नेता चुन लिया है। नीतीश कुमार सोमवार को राजभवन में शाम 4:00 बजे सातवीं बार मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ लेंगे। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने के लिए आज एक बैठक हुई जिसमें पर्यवेक्षक के तौर पर राजनाथ सिंह, बिहार में भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव मौजूद रहे। डिप्टी सीएम को लेकर अभी फिलहाल बातें नहीं हो पाई है भारतीय जनता पार्टी के कई विधायक चाहते हैं कि सुशील मोदी को दोबारा डिप्टी सीएम ना बनाया जाए।
NDA की बैठक में मुझे फिर से एक बार नेता चुना गया। महामहिम राज्यपाल को अभी पत्र दे दिया गया। उन्होंने स्वीकार करते हुए मुझे मुख्यमंत्री के रूप में मनोनीत किया। कल कौन-कौन शपथ ग्रहण करेगा इसका फैसला अभी होगा: नीतीश कुमार जदयू प्रमुख pic.twitter.com/c1xGflNgzQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 15, 2020
जनता दल यूनाइटेड एनडीए सरकार का हिस्सा तो है लेकिन उसके मंत्री नहीं है। यह माना जा रहा है कि यदि जेडीयू की ओर से कहीं मामला फंसता है तो भाजपा घटक दल जेडीयू को केंद्र में सहभागिता का ऑफर दे सकती है । 2019 के आम चुनाव के बाद केंद्र में एक मंत्री पद का ऑफर नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया था। बिहार में भाजपा के 17 पर जेडीयू के 16 सांसद हैं जिस कारण नीतीश कम से कम केंद्र में अपने तीन मंत्री चाहते हैं। नीतीश 6 सांसद वाली लोजपा के विधानसभा चुनाव में दिखाए गए रवैया से खफा हो चुके हैं,जिसके कारण वह चिराग पासवान के खिलाफ और लोक जनशक्ति पार्टी के खिलाफ कोई ना कोई ऐसा मुद्दा भाजपा के सामने रखेंगे जो भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
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