साल 2012 में हुए बेहद चर्चित निर्भया मामलें में अभी भी दोषियों को सज़ा नहीं मिल सकी है। पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों को नोटिस ज़ारी करते हुए पूछा है कि वो कोई दया अर्जी लगाना चाहते हैं या नहीं? इस मामलें में कोर्ट अगली सुनवाई 13 दिसम्बर को करेगा।
आपको बता दें कि निर्भया कांड के चारों दोषियों को पहले ही फाँसी की सज़ा सुनाई जा चुकी है। लेकिन उन्हें इसके लिए क्यूरेटिव पिटीशन डालने का वक्त दिया गया था। लेकिन अभी तक दोषियों द्वारा इस दिशा में कोई भी संतोषजनक प्रयास नहीं किया गया है।
कोर्ट में शुक्रवार को हुई सुनवाई में तिहाड़ प्रशासन ने निर्भया केस के चारों दोषियों पर स्टेटस रिपोर्ट पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल कर दिया है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने कोर्ट को बताया कि दोषी विनय ने दया याचिका 4 दिसंबर को राष्ट्रपति के सामने लगा दी है। जबकि मुकेश और पवन इस मामले में क्यूरेटिव पिटीशन जल्द ही दाखिल करने वाले हैं।
इस मामले के चौथे दोषी अक्षय के बारे में स्थिति साफ़ नहीं है कि वो इस मामले में कोई क्यूरेटिव पिटीशन यानी कि दया याचिका लगाना चाहता है या नहीं।
निर्भया के माता-पिता के वकील ने कहा कि सभी दोषी इस मामले में समय को जानबूझकर खराब कर रहे हैं, ताकि फांसी की सजा को लंबा से लंबा खींचा जा सके, कोर्ट ने कहा कि इस मामले में कानून और नियम के हिसाब से ही कोर्ट आदेश कर सकता है लेकिन दया याचिका पर निपटारे के बिना कोर्ट डेथ वारंट जारी नहीं कर सकता।
इस मामलें में देरी होने पर एतराज जताते हुए निर्भया के माता-पिता के वकील ने कहा कि क्यूरेटिव पिटीशन दोषियों को दी जाने वाली एक विकल्प है ये उनका अधिकार नहीं है। इस पर कोर्ट के कहा कि लेकिन दोषियों के पास जो भी विकल्प है, उससे कोर्ट उन्हें वंचित नहीं कर सकता है।