कानपुर मुठभेड़ का मामला सामने आते ही अब इस मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। इस मामले पर पक्ष और विपक्ष दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 बाहुबली अपराधियों के नाम भी घोषित कर दिए हैं जिन्हें दंडित किया जाना है। अपराधी विकास दुबे के मकान को भी ढहा दिया गया है। आज एक्स-रे रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि पुलिस के सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से ak-47 की एक गोली बरामद हुई है। इसके बाद 4 जवानों के शरीर से भी गोलियां बरामद हुई हैं। 4 जवानों के शरीर से 315 और 312 बोर के भी कारतूस प्राप्त हुए हैं। वहीं दरोगा अनूप को सबसे ज्यादा 7 गोलियां मारी गई हैं। इसी के साथ सीओ देवेंद्र मिश्रा को सबसे ज्यादा सटाकर गोली मारी गई है और उसके बाद उनके पैर और कमर पर कुल्हाड़ी से भी वार किया गया।
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पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक थाना प्रभारी महेश यादव, मंधना चौकी प्रभारी अनूप सिंह, दारोगा नेबूलाल और सिपाही जितेंद्र पाल के शरीर से ही गोलियां और उनके टुकड़े बरामद हुए हैं। सीओ देवेंद्र मिश्रा, सिपाही राहुल, बबलू और सुल्तान के शरीर से बुलेट नहीं मिली। इसके अलावा यह भी बताया जा रहा है कि हमले के दौरान सिपाहियों की राइफल, एस ओ इंचार्ज और चौकी इंचार्ज की पिस्टल भी लूटी गई है। हमलावरों ने सिपाही सुल्तान और बबलू के शहीद होने के बाद मौके पर पड़ी उनकी रायफलें और थाना प्रभारी महेश यादव व दारोगा अनूप की पिस्टलें लूट लीं।