पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा का अपना इतिहास रहा है पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के चौथे चरण में भीषण हिंसा हुई है जिसमें 4 लोग मारे गए हैं। शनिवार को हुई इस घटना के बाद चुनाव आयोग ने कुछ बिहार में किसी भी नेता के जाने पर रोक लगा दी है। चुनाव आयोग के इस फैसले के कारण ममता बनर्जी काफी भड़की हुई हैं। ममता बनर्जी ने इस मामले पर कहा कि चुनाव आयोग को अपना नाम बदलकर मोदी कोड ऑफ कंडक्ट के रख लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि उन्हें पीड़ित परिवारों से मिलने से रोका गया है। ममता बनर्जी ने रविवार को ट्वीट कर चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी भड़ास निकाली। ममता ने लिखा, चुनाव आयोग (ईसी) को अपना नाम बदलकर एमसीसी यानी ‘मोदी कोड ऑफ कंडक्ट’ रख लेना चाहिए। ममता ने आगे लिखा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपनी पूरी ताकत झोंक दे, लेकिन मुझे अपने लोगों का दर्द साझा करने से इस दुनिया में कोई नहीं रोक सकता है। ममता ने कहा कि मुझे कूच बिहार में तीन दिनों के लिए अपने भाइयों और बहनों से मिलने से रोक सकते हैं, लेकिन मैं चौथे दिन वहां पहुंचूंगी। मैं 14 अप्रैल को पीड़ित परिवारों से मिलूंगी, मुझे कोई नहीं रोक पाएगा।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें शनिवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का चौथा चरण था। इस दौरान कूचबिहार के सितालकुची में फायरिंग हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। इसके बाद चुनाव आयोग ने तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए क्षेत्र में 72 घंटे तक किसी भी नेता के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है। चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर ममता बनर्जी काफी नाराज दिखाई दे रही हैं।