पिछले कई दिनों में मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी घमसान के बीच आज एक और नया मामला सामने आया। आज सुबह से कहा जा रहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के विधायक आज भोपाल आयेंगे और विधानसभा अध्यक्ष से मिलेंगे, लेकिन विधायकों का भोपाल आना आखिरी समय पर कैंसिल हो गया।
वहीं राज्यपाल ने सिंधिया गुट के 6 मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है। आज सुबह मुख्यमंत्री कमलनाथ राज्यपाल से मिले थे और मंत्रियों को बर्खास्त करने की भी सिफारिश की थी। अब बर्खास्त किए गए इन छह मंत्रियों के विभागों का जिम्मा अन्य मंत्रियों को दिया गया है।
गौरतलब है कि आज सुबह से ही भोपाल एअरपोर्ट पर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नारेबाजी हुई। एयरपोर्ट में जब भाजपा कार्यकर्ता सिंधिया के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे, उसी दौरान वहां कांग्रेस विधायकों को सीआईएसएफ के जवानों ने रोक दिया। इसके बाद कांग्रेसियों ने सिंधिया के विरोध में नारेबाजी की। तनाव को देखते हुए वहां कलेक्टर ने धारा-144 लागू करने के आदेश दे दिए थे।
इससे पहले, बेंगलुरू से आने वाले विधायकों को रिसीव करने के लिए भाजपा के नेता दो बसों के साथ एयरपोर्ट पहुंचे। सभी बाग़ी विधायकों ने सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की मांग की। आपको बता दें सिंधिया के गुट के कुल 22 विधायकों ने अपने इस्तीफे भेजे थे। इसके बाद स्पीकर ने नोटिस जारी कर सभी विधायकों को हाजिर होने का आदेश दिया था। इनमें से 6 विधायकों को आज, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी 9 विधायकों को रविवार को उपस्थित होना है, लेकिन आज 6 विधायक हाजिर नहीं हो पाए। इसके बाद स्पीकर ने कहा, “मैंने आज तीन घण्टे तक विधायकों का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया। कल फिर नए विधायकों का इंतजार करूंगा। आज जो विधायक नहीं पहुंचे, उन्हें अगली तारीख दी जाएगी।“